दिनहाड़े भभुआ नगर में हुई हत्या से दहशत, उत्पात देख भागे लोग
भभुआ नगर में बुधवार को दिनदहाड़े गोली मार कर युवक की हुई हत्या से दहशत का माहौल कायम है। घटना के बाद सदर अस्पताल में जुटी भीड़ सिकठी गांव निवासी माधव सिंह की मौत की सूचना से आक्रोशित हो गई और गोली मारने के आरोपित अस्पताल में भर्ती शाहिद राइन को अपने कब्जे में लेने के लिए पुलिस से मांग करने लगी।
भभुआ नगर में बुधवार को दिनदहाड़े गोली मार कर युवक की हुई हत्या से दहशत का माहौल कायम है। घटना के बाद सदर अस्पताल में जुटी भीड़ सिकठी गांव निवासी माधव सिंह की मौत की सूचना से आक्रोशित हो गई और गोली मारने के आरोपित अस्पताल में भर्ती शाहिद राइन को अपने कब्जे में लेने के लिए पुलिस से मांग करने लगी। पुलिस ने मना किया तो सदर अस्पताल के पीछे से आक्रोशितों ने पथराव शुरू कर दिया। इससे अस्पताल की खिड़की व गेट आदि क्षतिग्रस्त हो गए। इससे अफरातफरी मच गई। पुलिस ने नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया और आक्रोशित लोगों को सदर अस्पताल से बाहर किया। बाहर जाने के दौरान भी आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। जिसमें दो-तीन पुलिस कर्मियों को चोट लग गई। जिसमें सत्येंद्र पांडेय, जय प्रकाश कुमार सहित एक अन्य शामिल हैं। इसके बाद पुलिस लाठी चार्ज कर सदर अस्पताल के बाहर आक्रोशित लोगों को खदेड़ते हुए मुख्य गेट को बंद कर दी।
बाहर निकले लोगों ने फिर उत्पात मचाना शुरू किया और सड़क पर खड़े विभिन्न लोगों के वाहनों को पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया। जिसमें लगभग आधा दर्जन वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है। आक्रोशित लोगों ने टाउन हाई स्कूल के बगल में स्थित कुछ दुकानों के सामानों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। ठंडा पेय पदार्थों की खाली बोतलों को भी पुलिस पर फेंका। जो जमीन पर गिरने के बाद टूट कर बिखर गई। मामला बिगड़ते देख पुलिस ने सदर अस्पताल के बाहर मौजूद लोगों को खदेड़ना शुरू किया और चार-पांच प्रशासन के वाहन नगर में भ्रमण करने लगे। यह देख नगर में सभी दुकानें बंद हो गई और बाजार में लोग अपने घर की तरफ भागे। जो लोग वाहन लिए थे वो भी जल्दी-जल्दी भागने लगे। घटना के तत्काल बाद एसपी दिलनवाज अहमद, एसडीपीओ अजय प्रसाद, एसडीएम जन्मेजय शुक्ला सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों सुरक्षा की कमान संभाल ली थी।