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Bihar News: अब जेल में भी 'मौजा ही मौजा', रेडियो दोस्ती पर अनुभव साझा करेंगे बंदी; दो को मिली संचालन की ट्रेनिंग

Bihar News हाई कोर्ट पटना के न्यायमूर्ति चंद्रशेखर झा ने रेडियो दोस्ती इंटरकाम युक्त मुलाकाती कक्ष व आधुनिक उपकरण युक्त पाकशाला का उद्घाटन किया। रेडियो दोस्ती बंदियों के लिए अच्छी पहल है। इस पर बंदी अपने अनुभव को साझा कर सकते हैं ताकि उनके अनुभव से अन्य बंदियों को भी लाभ हो। इसमें सुबह में प्रार्थना गीत बजेगा। कहानियां सुनाई जाएंगी।

By Jagran News Edited By: Mukul KumarUpdated: Mon, 26 Feb 2024 03:58 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, भभुआ (कैमूर)। भभुआ-मोहनियां पथ पर परसियां गांव के निकट मंडल कारा में रविवार को हाई कोर्ट पटना के न्यायमूर्ति चंद्रशेखर झा ने रेडियो दोस्ती, इंटरकाम युक्त मुलाकाती कक्ष व आधुनिक उपकरण युक्त पाकशाला का उद्घाटन किया।

उन्होंने जेल के अंदर की व्यवस्थाएं भी देखीं। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राधेश्याम शुक्ला, डीएम सावन कुमार, एसपी ललित मोहन शर्मा, जेल अधीक्षक संदीप कुमार समेत मंडल कारा के सभी पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

सभी वार्डों में लगे माइक से होगा प्रसारण

रेडियो दोस्ती बंदियों के लिए अच्छी पहल है। इस पर बंदी अपने अनुभव को साझा कर सकते हैं, ताकि उनके अनुभव से अन्य बंदियों को भी लाभ हो। इसमें सुबह में प्रार्थना गीत बजेगा। कहानियां सुनाई जाएंगी। फिल्मी गाने बजेंगे। सरकार की नीतियों के बारे में बताया जाएगा। बंदियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रसारण होगा।

मंडल कारा के सभी वार्डों में माइक लगे हैं, जिसके माध्यम से सभी वार्ड में आवाज पहुंचेगी। रेडियो दोस्ती के माध्यम से बंदियों को वही सुनने को मिलेगा, जो पहले से रिकॉर्ड होगा।

यह बिहार सरकार की जेल दोस्ती योजना के अंतर्गत है। यह बिहार के सभी मंडल कारा में शुरू होगी। रेडियो दोस्ती केवल बंदियों के लिए ही है। इसका सिस्टम कंप्यूटराइज्ड है। इसके संचालन के लिए दो बंदियों को प्रशिक्षण दिया गया है।

बंदियों से बात करने में नहीं होगा शोर

इंटरकाम युक्त मुलाकाती कक्ष शुरू होने से अब बंदियों से बातचीत में स्वजन को परेशानी नहीं होगी। जाली के अंदर व बाहर दोनों तरफ फोन लग गया है।

अब स्वजन फोन के माध्यम से बंदी से बात कर सकेंगे। इससे अब एक दूसरे से बात करने में शोर भी नहीं होगा। न ही कोई एक दूसरे की बात सुन सकेंगे।

मशीन से गूथा जाएगा आटा, सब्जी भी कटेगी

कारा पाकशाला में आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। अब मशीन से ही सब कुछ होगा। मशीन से ही आटा गूथा जाएगा, मशीन से ही रोटी बनेगी। सब्जी भी मशीन से काटी जाएगी। इसके अलावा अन्य भोजन के लिए भी मशीन का प्रयोग होगा। इससे अब बंदियों के लिए भोजन शीघ्र बनेगा एवं स्वच्छता भी बनी रहेगी।

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