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Bihar Crime: बेटे ने ली रिश्वत, वीडियो वायरल होने के बाद राजस्व कर्मचारी के आवास पर हुई छापेमारी, मचा हड़कंप

हाल ही में राजस्व कर्मचारी के पुत्र का रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और तत्काल संज्ञान में लेते हुए बुधवार की रात में उनके आवास पर छापेमारी की गई। हालांकि छापेमारी के दौरान पिता-पुत्र दोनों घर पर नहीं थे और न ही कोई कागजात या सामान बरामद हुआ। वहीं इस कार्रवाई से राजस्व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Fri, 18 Aug 2023 08:51 AM (IST)
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रिश्वत लेने की सांकेतिक तस्वीर। फोटो- जागरण

जागरण संवाददाता, भभुआ: सदर प्रखंड के दुमदुम पंचायत में कार्यरत राजस्व कर्मचारी वकील राय के पुत्र सोनू राय का रिश्वत लेने का वीडियो बीते दिनों प्रसारित हुआ। वीडियो प्रसारित होते ही प्रशासन हरकत में आया और तत्काल संज्ञान में लेते हुए बुधवार की रात में उनके आवास पर छापेमारी की गई।

प्रशासन ने गंभीरता से लिया यह मामला

छापेमारी में एसडीएम साकेत कुमार, डीसीएलआर अनुपम कुमार, सीओ तारा प्रकाश आदि शामिल थे। छापेमारी के दौरान पिता-पुत्र दोनों घर पर नहीं थे और न ही कोई कागजात या सामान बरामद हुआ।

फिर भी प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस मामले में पदाधिकारियों ने बताया कि राजस्व कर्मचारी को संविदा मुक्त करने की अनुशंसा की जाएगी।

रिश्वत लेने में पिता देता होगा पुत्र का साथ

पदाधिकारियों का कहना है कि राजस्व कर्मचारी के पुत्र द्वारा रिश्वत लेने में उनका संरक्षण प्राप्त होगा, तभी उनका पुत्र रिश्वत ले रहा था। हालांकि प्रसारित वीडियो का दैनिक जागरण पुष्टि नहीं करता।

लेकिन इस वीडियो के प्रसारित होने के बाद प्रशासन द्वारा तत्काल की गई कार्रवाई से राजस्व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है और इस मामले की गुरुवार को काफी चर्चा भी होती रही।

अवैध रूप से कार्यालय चला रहे दो राजस्व कर्मचारी गिरफ्तार

बता दें कि अभी 12 अगस्त को नगर के राजेंद्र सरोवर के पीछे अवैध रूप से कार्यालय चला रहे दो राजस्व कर्मचारी व एक निजी आपरेटर को प्रशासन ने छापेमारी कर गिरफ्तार किया था। साथ ही अवैध कार्यालय में रखे गए कागजात को भी जब्त कर लिया गया था।

तब तक बुधवार की रात में पुन: राजस्व कर्मचारी के आवास पर छापेमारी हो गई। दोनों ही छापेमारी उन राजस्व कर्मचारियों के यहां ही हुई है जो जिले के चैनपुर प्रखंड से स्थानांतरित होकर आए हैं।

उक्त राजस्व कर्मचारी भी जून में ही भभुआ प्रखंड में स्थानांतरित होकर आए और उन्हें दुमदुम पंचायत की जिम्मेदारी दी गई थी।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में राजस्व कर्मचारी अपना-अपना निजी कार्यालय खोल कर काम करते थे। लेकिन राज्य सरकार का आदेश जारी होने के बाद सभी राजस्व कर्मचारी कार्यालय बंद कर अपने-अपने पंचायत में जाकर काम करने लगे।

लेकिन अभी भी कई राजस्व कर्मचारी चोरी छिपे अवैध कार्यालय चला रहे हैं। जिनकी सूचना मिलने पर प्रशासन के द्वारा छापेमारी की जा रही है।

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