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Bihar: पक्षियों की गणना के दौरान गोगाबिल में देखे गए 50 प्रजाति के पांच हजार पक्षी, डीएफओ बोले- यह शुभ संकेत

पक्षी प्रेमियों और पर्यावरण को लेकर शुभ संकेत हैं। गोगाबिल झील में 50 प्रजाति के पांच हजार से अधिक पक्षी देखे गए हैं। गंगा नदी के दियारा इलाके में गरूड़ प्रजात‍ि का ग्रेटर एडजुटेंट भी नजर आया है। गरूड़ की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

By Neeraj KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Sat, 14 Jan 2023 08:16 PM (IST)
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गोगाबिल झील में 50 प्रजाति के पांच हजार से अधिक पक्षी देखे गए हैं।

कटिहार, नीरज कुमार: पक्षी प्रेमियों और पर्यावरण को लेकर शुभ संकेत हैं। गोगाबिल झील में 50 प्रजाति के पांच हजार से अधिक पक्षी देखे गए हैं। गंगा नदी के दियारा इलाके में गरूड़ प्रजात‍ि का ग्रेटर एडजुटेंट भी नजर आया है। गरूड़ की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। यह अनुमान पिछले वर्ष फरवरी में बांबे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी व वन विभाग द्वारा कराए गए एशियन वाटर बर्ड सेंसस के आधार पर लगाया गया है।

हालांकि, रिपोर्ट को अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। जलीय पक्षियों की गणना के आधार पर वन विभाग को मिली जानकारी के मुताबिक, एशियन ओवल बिल, इंडियन कोर मोंटेट, पनकौआ, स्नैक बर्ड डार्टर सहित किंग फिशर बत्तख प्रजाति के पक्षी शामिल हैं।

पक्षियों की पांच हजार की संख्या में प्रति वर्ष गोगाबिल झील पहुंचने वाले प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। इनमें से पक्षियों की कई प्रजाति विलुप्त होने की कगार पर है। गोगाबिल झील की जलवायु व संरक्षित क्षेत्र अधिसूचित होने के बाद मछली मारने पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण भोजन की प्रचुरता के कारण बड़ी संख्या में पक्षियों का बसेरा गोगाबिल झील बन रहा है।

गंगा के दियारा इलाके में देखे गए ग्रेटर एडजुटेंट

गंगा नदी के दियारा इलाके में बड़ा गरूड़ ग्रेटर एडजुटेंट भी देखा गया है। ग्रेटर एडजुटेंट का गंगा के दियारा इलाके में घोंसला है या नहीं यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया गया कि गरूड़ लंबी दूरी तय करते हैं। समीप के भागलपुर जिले के कदवा दियारा इलाके से भी मनिहारी व कुरसेला के दियारा में गरूड़ के पहुंचने की बात कही जा रही है। हालांकि, पिछले दो वर्ष में जिले में गरूड़ की संख्या में बढ़ोतरी होने की बात वन विभाग के अधिकारी कहते हैं। 350 से 400 की संख्या में गरूड़ होने का अनुमान है।

गाइड बांध पर पक्षी गणना का भेजा गया प्रस्ताव

कुरसेला के समीप गाइड बांध पर भी प्रवासी पक्षी सहित स्थानीय कई प्रजाति के पक्षियों को देखा गया है। वन विभाग द्वारा गोगाबिल सहित गाइड बांध पर भी जलीय पक्षियों की गणना कराने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। फरवरी माह में होने वाले एशियन वाटर बर्ड सेंसस के तहत गाइड बांध पर भी जलीय पक्षियों की गणना कराई जाएगी।

डीएफओ ने पक्षियों की बढ़ी संख्‍या को बताया शुभ संकेत 

पिछले वर्ष फरवरी में बांबे नेचुरूल हिस्ट्री सोसायटी व वन विभाग द्वारा एशियन वाटर वर्ड सेंसस के तहत जलीय पक्षियों की गणना कराई गई थी। रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। विभागीय जानकारी के मुताबिक, मनिहारी के समीप गोगाबिल झील में प्रवासी पक्षी सहित 50 प्रजाति की पांच हजार पक्षियां देखी गई है। यह शुभ संकेत है। इसमें कई विलुप्त हो रहे पक्षियों की प्रजाति भी है। गंगा के दियारा इलाके में ग्रेटर एडजुटेंट गरूड़ भी देखे गए हैं। कुरसेला के समीप गाइड बांध पर भी पक्षियों की गणना का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। फरवरी माह में भी फिर वाटर बर्ड सेंसस होगा। - भास्कर चंद्र भारती, डीएफओ, पूर्णिया

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