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Bihar Flood: जलस्तर में वृद्धि के साथ महानंदा का कटाव हुआ तेज, नदी में समा रही खेती वाली जमीन; लोगों में फैली दहशत

महानंदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही नदी का कटाव भी तेज हो गया है। आलम ये है कि कटिहार जिले में कृषि योग्य जितनी भी जमीनें हैं नदी में समा रही हैं। जलस्तर में वृद्धि को लेकर लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। कुछ गांवों में बाढ़ को लेकर दहशत का माहौल है।

By Rajeev Choudhary Edited By: Mukul Kumar Published: Mon, 01 Jul 2024 04:08 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2024 04:08 PM (IST)
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

संवाद सूत्र, रोशना (कटिहार)। महानंदा नदी के जलस्तर में वृद्धि के साथ ही प्राणपुर प्रखंड क्षेत्र में कई स्थानों पर कटाव तेज हो गया है। कटाव की चपेट में आने से कृषि योग्य जमीन नदी में समा रही हैं। कटाव की रफ्तार तेज देख किसानों को चिंता सताने लगी है।

ग्रामीणों ने बताया कि कटाव की चपेट में आने से प्राणपुर प्रखंड के इंग्लिश, भगत टोला, जलला हरीरामपुर, शाहनगर मुखिया ढलान आदि गांव के दर्जनों किसानों की खेती योग जमीन कट चुकी है। किसानों ने बताया कि हर वर्ष अलग-अलग क्षेत्र में कटाव होता है। तेज गति से हो रहे कटाव से ग्रामीणों में भी दहशत है।

दर्जनों गांव में फैला बढ़ का पानी

उधर, प्राणपुर प्रखंड के आधा दर्जन गांवों के चारों ओर महानंदा नदी के पानी का फैलाव हो गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा बाढ़ व बरसात के समय ही कटाव रोधी कार्य के नाम पर महज औपचारिकता भर पूरी की जाती हैं।

वहीं, केवाला पंचायत में बनाया गया बाढ़ आश्रय स्थल भी पूरी तरह बदहाल है। बाढ़ आश्रय स्थल के चिन्हित स्थान के आस पास गंदगी का अंबार लगा हुआ है। 

वहीं, इस मामले में प्रखंड प्रमुख अमित साह ने कहा कि बाढ़ आश्रय स्थल के आस पास गंदगी का अंबार लगा होने के कारण बाढ़ आने की स्थिति में यहां शरण लेने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

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