Bihar: प्रलोभन देकर दो परिवारों का कराया गया मतांतरण, गांववालों ने किया बहिष्कार तो हो गई मारपीट, मामला दर्ज
बिहार के कटिहार से मतांतरण का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार दो परिवारों को प्रलोभन देकर मतांतरण करा दिया गया है। इसको लेकर गांववालों ने बहिष्कार किया। जिसके बाद दो पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। इस बात की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जहां से कई लोगों को हिरासत में लिया गया। अब इस मामले में जांच जारी है।
जागरण संवाददाता, कटिहार : बिहार के कटिहार जिले से मतांतरण की बड़ी खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि आजम नगर प्रखंड के शीशाबाड़ी गांव में ईसाई मिशनरी ने दो परिवारों को प्रलोभन देकर मतांतरण करा दिया है।
इसको लेकर गांव में अब विवाद शुरू हो गया है। गांव के लोगों ने धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया है। इस घटना की जानकारी होने के बाद मिशनरी के लोगों ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की।
एक दर्जन लोगों को बनाया गया बंधक
शीशाबाड़ी गांव में लगभग एक दर्जन लोगों को धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। इसके बाद पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाया और थाने ले गई।
जिन्हें बंधक बनाया गया था, उनमें अधिकांश जिले के डंडखोरा, कदवा तथा प्राणपुर प्रखंड के रहने वाले थे। वहीं, कुछ पूर्णियां जिले के कस्बा निवासी भी थे। ग्रामीणों का आरोप था कि ये लोग ब्रेनवाश कर मतांतरण करवाते हैं।इनका संबंध ईसाई मिशनरी से है।
बताया जा रहा है कि जिस स्थानीय व्यक्ति के घर ग्रामीणों ने इन्हे बंधक बनाया था। उसी परिवार का कुछ माह पूर्व धर्म परिवर्तन कराया गया है। वहीं, आरोपियों ने बताया कि उन्हें गलत मामले में फंसाया जा रहा है। हालाकि स्थानीय पुलिस उक्त मामले को लेनदेन से जोड़ कर देख रही है।
मारपीट की सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस
मारपीट की सूचना मिलने के बाद मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची। इसके बाद उन्होंने मिशनरी के लोगों को हिरासत में ले लिया। अब उनसे इस मामले में पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में एसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है। थानाध्यक्ष को आवश्यक निर्देश दिया गया है। जांच के बाद पुलिस विधि सम्मत कार्रवाई करेगी।
यहां भी सामने आए मतांतरण के मामले
बता दें कि बिहार में मतांतरण के मामले आए दिन देखे जाते हैं। हाल ही में 22 अगस्त को खबर आई थी कि दिसंबर 2021 में रिसौरा विशुनपुर गांव का आमिर हुसैन एक नाबालिग लड़की को प्रेमजाल में फंसाने के बाद उसे भगाकर हैदराबाद ले गया था। बाद में उसने नाबालिग का जबरन मतांतरण कराया।
इसके बाद उसे एक दूसरा नाम दे दिया। इसके अलावा 1 अगस्त को मुजफ्फरपुर से मतांतरण से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई थी। तब एक परिवार ने मतांतरण के दबाव से परेशान होकर ने अपना गांव छोड़ दिया था। बाद में पीड़ित परिवार ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई थी।