Bihar: Free Fire की लत ने पहुंचाया अस्पताल, लोगों को काटने दौड़ता है किशोर; 30 हजार में किश्त पर लिया था फोन
फ्री फायर ऑनलाइन गेम ने कटिहार में एक किशोर की जिंदगी बर्बाद कर दी। किशोर अब अस्पताल में हैं। मानसिक रोग से पीड़ित है। किशोर की मां ने बताया कि बेटा पूरी-पूरी रात ऑनलाइन मोबाइल गेम खेलता रहता था। न समय पर सोता न ही समय पर उठता था।
गेड़ाबाड़ी (कटिहार), संवाद सूत्र। आधुनिकीकरण के दौर में बच्चे और किशोर अब गुल्ली-डंडा, पतंग, कबड्डी और अन्य खेलों को छोड़ ऑनलाइन गेम तक सीमित हो गए हैं। ऑनलाइन गेम के कारण बच्चे अपनी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं। फ्री फायर नाम के एक ऑनलाइन गेम ने इसी तरह कटिहार में एक किशोर की जिंदगी बर्बाद कर दी। किशोर अब अस्पताल में हैं।
मामला जिले के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के कोलासी चौक का है। यहां के रहने वाले अशोक के पुत्र सूरज कुमार (16 वर्ष) कई सालों से फ्री फायर मोबाइल गेम खेला करता था। सूरज की मां ने बताया कि उनके पुत्र ने किश्त पर 30 हजार रुपये का मोबाइल खरीदा था। सूरज के पिता फेरी लगाकर बर्तन बेचने का काम करते हैं। वहीं, मां नाश्ता का दुकान चलाती है।
किशोर की मां ने बताया कि बेटा पूरी-पूरी रात ऑनलाइन मोबाइल गेम फ्री फायर खेलता रहता था। न समय पर सोता, न ही समय पर उठता था। धीरे-धीरे उसे फ्री पायर खेलन की लत लग गई। इसके कारण उसकी नींद पूरी नहीं हो पाती थी, जिससे हमेशा सिर में दर्द की शिकायत करता रहता था। धीरे-धीरे उसके व्यवहार में भी परिवर्तन होने लगा।
हालत यह हो गई कि लोगों को देख वह काटने के लिए दौड़ पड़ता है। गरीब होने के कारण किशोर के माता-पिता अपने बच्चे का बेहतर चिकित्सक के यहां इलाज कराने में असमर्थ हैं। सूरज को भागलपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऑलाइन गेम के कारण किशोर की मानसिक स्थिति पर विपरीत असर हुआ है।