Bihar Flood News: महानंदा नदी में समा गया प्राचीन मंदिर, अब आंगनबाड़ी पर मंडरा रहा खतरा; विकराल कटाव से मचा हड़कंप
महानंदा नदी (Mahananda River) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह से कई इलाकों में कटाव भी शुरू हो चुका है। आलम यह है कि लोगों का घर और जमीन महानंदा अपनी धारा में बहा ले जा रही है। इसके बावजूद विभाग किसी नतीजे पर नहीं पहुंच रहा है। धीरे धीरे कटाव विकराल रूप धारण कर रहा है।
विनोद कुमार राय, आजमनगर (कटिहार)। आजमनगर के औलिया में महानंदा का कहर जारी है। महानंदा के द्वारा हो रहे कटाव की रोकथाम के लिए विभाग के द्वारा किसी भी प्रकार का कोई कार्रवाई नही होने से धीरे धीरे कटाव विकराल रूप धारण कर रहा है।
गुरुवार को ग्रामीणों के आस्था का केंद्र काली बाड़ी मंदिर भी महानंदा नदी में समा गई। ग्रामीण राजेंद्र मंडल, जयप्रकाश मंडल, मांगन मंडल आदि ने कहा कि मंदिर ग्रामीणों के आस्था का केंद्र था। जो महानंदा में हो रहे कटाव में समा गया।
महानंदा की कटाव की जद में बच्चों का भविष्य है। गांव का आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 87 कटाव स्थल से महज कुछ हीं मीटर दूर है। अब इसके अस्तित्व पर ही खतरा मंडरा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि जल्द अगर विभाग के द्वारा कोई कटावरोधी कार्य नही किया गया तो आंगनबाड़ी केंद्र भी कट जाएगा।
आंगनबाड़ी केंद्र पर कटाव का मंडरा रहा खतरा
औलिया गांव का अस्तित्व पर है खतरा
औलिया में कटाव को देखते हुए बंबू पाइलिंग का कार्य कराया गया है।कटाव में कमी आई थी। जलस्तर बढ़ने के बाद फिर से कटाव आरंभ हुआ है। विभाग बरसात के बाद औलिया में जियो बैग पाइलिंग का कार्य कराने पर विचार कर रही है।- अनिरुद्ध कुमार,कार्यपालक अभियंता,कटिहार
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