परबत्ता (खगड़िया), संवाद सूत्र: चार जून को निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु के पाया नंबर 10, 11, 12 सुपर स्ट्रक्चर पाइलोन समेत गंगा में गिर गए थे। एक अनुमान के अनुसार, गंगा नदी में करीब 14 हजार टन मलबा गिरा है।
घटना के पांचवें दिन शुक्रवार से उच्च क्षमता वाले पोकलेन के सहारे यहां मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया है। इससे पहले बीते बुधवार की संध्या थोड़ा-बहुत मलबा हटाने का काम किया गया था, लेकिन मौजूद पोकलेन जवाब दे गया था।
तीन पोकलेन और मंगाए जा रहे, तेजी में होगा काम
इसके बाद कोलकाता से 750 एचपी के दो पोकलेन अगुवानी गंगा घाट मंगाए गए। इसके बाद पाया नंबर 12 के पास शुक्रवार को मलबा हटाने का कार्य आरंभ किया गया। तीन पोकलेन और मगाएं जा रहे हैं।
शनिवार से युद्ध स्तर पर मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम खगड़िया के कार्यपालक अभियंता शशिभूषण ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने मलबा हटाने के कार्य का जायजा भी लिया है।
उन्होंने मौजूद कर्मियों को तीव्र गति से मलबा हटाने का निर्देश दिया। कार्यपालक अभियंता ने कहा कि विशेषज्ञों की देखरेख में मलबा हटाया जा रहा है। गोगरी एसडीओ अमन कुमार सुमन ने भी मलबा हटाने की पुष्टि की है।
अमन कुमार सुमन ने कहा कि शुक्रवार की रात तक तीन और पोकलेन मशीन के पहुंचने की संभावना है। इसके बाद मलबा हटाने के कार्य में तेजी आएगी।
वहीं, शुक्रवार को भी एसडीआरएफ की दो टीमों ने लापता गार्ड विभाष की खोजबीन को लेकर अभियान चलाया, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी।
बिहार के विकास का इंजीनियरिंग फेल कर गया है: सम्राट
इधर, शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी अगुवानी पहुंचे। उन्होंने निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज महासेतु के ध्वस्त हुए हिस्से का जायजा लिया। इस मौके पर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, बिहार की कमान संभाले हुए नीतीश कुमार अपने आपको अच्छा इंजीनियर बताते हैं, लेकिन बिहार के विकास का इंजीनियरिंग फेल कर गया है। यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि परबत्ता में ही नहीं पूर्णिया में भी कई पुल गिरे हैं। उन्होंने स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से ध्वस्त पुल की जानकारी भी ली।