'गांधी के विचारों की हत्या करना चाहते हैं प्रशांत किशोर', जदयू महासचिव मनीष वर्मा का बड़ा हमला
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने प्रशांत किशोर पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीके सिर्फ चुनाव मैनेजमेंट के लिए जाने जाते हैं और उनके पास किसी अन्य क्षेत्र में कोई ठोस कार्य नहीं है। उन्होंने शराबबंदी के मुद्दे पर भी पीके की आलोचना की और कहा कि वे महात्मा गांधी की तस्वीर लगाते हैं लेकिन उनके विचारों का अपमान करते हैं।
जागरण संवाददाता, खगड़िया। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने सोमवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर सिर्फ चुनाव मैनेजमेंट के लिए जाने जाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने किसी अन्य क्षेत्र में कोई ठोस कार्य नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि केवल मोबाइल फोन चलाने से चुनाव नहीं जीता जा सकता है। उन्होंने शराबबंदी के मुद्दे पर प्रशांत किशोर पर जमकर प्रहार किया।
'पीके शराबबंदी का विरोध कर रहे'
उन्होंने कहा कि पीके महात्मा गांधी की तस्वीर लगाते हैं, लेकिन उनके विचारों का अपमान करते हैं। गांधी जी चाहते थे कि किसी भी कीमत पर शराबबंदी हो, और बिहार में इसे लागू करने के लिए नीतीश कुमार ने कड़ी मेहनत की है। पीके शराबबंदी का विरोध कर रहे हैं।वर्मा ने कहा कि बिहार बाढ़ की विभीषिका को झेल रहा है। इसके समाधान को लेकर उन्होंने कहा कि वे एक सिविल इंजीनियर रह चुके हैं। उन्हें पता है कि बिहार में बाढ़ के पानी को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है। जब तक नेपाल में डैम नहीं बनाया जाएगा, तब तक बिहार में बाढ़ की समस्या का समाधान नहीं हो सकता है।
उन्होंने इसको लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। कहा कि कांग्रेस ने बिहार में बाढ़ की समस्या के स्थाई समाधान के लिए नेपाल सरकार के साथ कोई प्रयास नहीं किया।
उनका कहना था कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को लंबे समय से नजरअंदाज किया है और इसके कारण हर साल बिहार को बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ता है।ये भी पढ़ें- 'हिंदुत्व बचाने के लिए...', समस्तीपुर में अनिरुद्धाचार्य का बड़ा बयान; बिहार के लोगों से की ये अपील
ये भी पढ़ें- समस्तीपुर में वारंटी को गिरफ्तार करने गई पुलिस और ग्रामीणों में झड़प, कई घायल; SP अशोक मिश्रा ने दिया जवाब
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।