Khagaria News: बूढ़ी गंडक के नए पुल पर कब से दौड़ेंगी गाड़ियां? बड़ी जानकारी आई सामने; जल्द मिलेगी खुशखबरी
Khagaria News क्षतिग्रस्त होने के करीब एक वर्ष के बाद एनएच 31 स्थित बूढ़ी गंडक पर बने नए पुल की मरम्मत का कार्य आरंभ कर दिया गया है। पुल पर आवागमन को लेकर अभी लोगों को तीन माह और इंतजार करना होगा। अक्टूबर के अंत या नवंबर के आरंभ में मरम्मत व मजबूतीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद आवागमन आरंभ होने की संभावना है।
अमित झा, खगड़िया। Khagaria News: क्षतिग्रस्त होने के करीब एक वर्ष के बाद एनएच 31 स्थित बूढ़ी गंडक पर बने नए पुल की मरम्मत का कार्य आरंभ कर दिया गया है। पुल पर आवागमन को लेकर अभी लोगों को तीन माह और इंतजार करना होगा। अक्टूबर के अंत या नवंबर के आरंभ में मरम्मत व मजबूतीकरण कार्य पूर्ण होने के बाद आवागमन आरंभ होने की संभावना है।
मालूम हो कि आज के ही दिन, 19 जुलाई की रात पुल क्षतिग्रस्त हुआ था। 20 जुलाई से पुल पर आवागमन बंद किया गया था। तब से अब तक इस पुल पर आवागमन बंद है। पूर्व के बने पुराने पुल होकर फिलहाल आवागमन हो रहा है।
महत्वपूर्ण होने के बाद भी मरम्मत कार्य शुरू होने में लगा एक वर्ष
खगड़िया में एनएच-31 के, बूढ़ी गंडक पर बना पुल महत्वपूर्ण पुलों में एक है।
पूर्वोत्तर भारत को राज्य की राजधानी पटना से जोड़ने को लेकर एनएच 31 पर दो पुल महत्वपूर्ण माना जाता है। एक कुरसेला में कोसी व गंगा के संगम स्थल पर बना पुल और दूसरा खगड़िया में बूढ़ी गंडक पर बना पुल। पुल बीते वर्ष 19 जुलाई की रात में क्षतिग्रस्त हुआ। पुल के स्लैब का ऊपरी हिस्सा बड़े भाग में टूट गया। जिसे देखकर 20 जुलाई से इस पुल पर आवागमन बंद कर दिया गया।
आवागमन की तात्कालिक व्यवस्था को लेकर 65 वर्ष पूर्व बने जर्जर हो बंद पड़े पुल की मरम्मत कर करीब 14 दिन के बाद पुराने पुल से एनएच पर आवागमन बहाल किया गया। अब भी पुराने पुल पर ही आवागमन हो रहा है। वहीं नए पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद करीब आठ माह तक कारणों की जांच प्रक्रिया चलती रही। जांच के बाद विभागीय स्तर पर पुल के मरम्मत व मजबूतीकरण कार्य कराने का निर्देश जारी किया गया।
उसके बाद अन्य प्रक्रिया पूरी कर अब कार्य आरंभ किया गया है। हालांकि विभागीय स्तर पर अब तक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया है। लोग पुल की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।
पुल पर क्या होना है कार्य
नए पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद पुल निर्माण और इसकी मजबूती को लेकर लगातार सवाल उठाए जाते रहे हैं। जिसे लेकर विभागीय स्तर पर पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत के साथ पुल के मजबूतीकरण का कार्य किया जा रहा है।
एनएचएआइ के अधिकारी के अनुसार पुल के स्लैब का जो हिस्सा टूटा है, उसे तोड़कर हटाने के साथ फिर से ढलाई करने का निर्देश संवेदक कंपनी पुंज लायड को दिया गया है। इस कंपनी के द्वारा पुल निर्माण भी कराया गया है। पुल की मजबूतीकरण को लेकर भी कार्य होगा । इसके तहत क्षतिग्रस्त हिस्से के साथ पुल में बीम लगाने सहित अन्य तकनीकी कार्य किए जाएंगे।
जाने नए पुल की आवश्यकता
पुराने पुल की जर्जरता और फाेर लेन की आवश्यकता को देखते हुए वर्ष 2016-17 में 15.5 करोड़ की लागत से नए पुल का निर्माण कार्य आरंभ कराया गया। पुराना पुल के समानांतर दूसरा पुल बनाया गया। विलंब से ही सही वर्ष 2019 के बदले 2023 में यह पुल बनकर तैयार हुआ। पुंज लायड स्ट्रक्चर कंपनी की ओर से यह पुल बनाया गया है।
अप्रैल 2023 में पुल निर्माण के बाद उदघाटन होने के उपरांत इस पर आवागमन आरंभ किया जाना था। परंतु इस बीच 65 वर्ष पुराना पुल जवाब देने लगा और धंसने लगा। जिसे लेकर उक्त पुल पर आवागमन बंद कर नए बने पुल पर बिना उदघाटन के ही आवागमन आरंभ किया गया।
नए पुल पर आवागमन आरंभ हुए दो माह ही बीते थे कि 19 जुलाई 2023 में नए पुल के ऊपरी स्लैब का हिस्सा भड़-भड़ाकर टूटने लगा। जिसके बाद से इस पर आवागमन बंद है। जिस कारण यहां अब भी फोरलेन के बदले टू लेन ही कार्य कर रहा है। जिससे पुल व पुल के पास जाम की समस्या बनी रहती है। इधर एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अभिषेक कुमार ने कहा कि पुल का मरम्मतीकरण और मजबूतीकरण का कार्य होना है। कार्य आरंभ है। पूर्ण होने में करीब तीन माह और लगेगा।