नेपाल पर अपनी संस्कृति थोप रहा चीन, सीमावर्ती इलाकों में खोले चीनी स्टडी सेंटर
चीन भारत के पड़ोसी देश नेपाल में स्टडी सेंटर्स खोलकर अपनी व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रहा है।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Mon, 06 Feb 2017 10:49 PM (IST)
किशनगंज [संजय सिंह]। भारत के विरोध में ड्रैगन टेढ़ी चाल चलने से बाज नहीं आ रहा है। अपनी नई नीति के तहत भारत के पड़ोसी देश नेपाल में चीन व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी पैठ मजबूत कर रहा है। स्टडी सेंटरों के माध्यम से वहां चीन सामाजिक गतिविधियां भी चला रहा है।
चीन की गतिविधियों को देखकर भारत भी सतर्क हो गया है। सीमांचल के इलाके में आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने का प्रयास किया जा रहा है। यद्यपि इस काम में तेजी लाने की आवश्यकता है। पिछले साल 16 दिसंबर को चीन और नेपाल के बीच एक महत्वपूर्ण व्यापारिक समझौता हुआ था।नेपाल की व्यापारिक निर्भरता भारत पर कम हो, यही उस समझौते का मूल उद्देश्य है। इसके लिए चीन नेपाली इलाके में सड़क निर्माण आदि कार्यों को तेजी से निपटा रहा है। नेपाली नागरिकों पर अपनी संस्कृति थोपने के लिए चीन ने वहां जगह-जगह स्टडी सेंटर खोले हैं।इस सेंटर का उद्देश्य वहां के लोगों को चीनी भाषा की शिक्षा के साथ-साथ चीनी संस्कृति से भी अवगत कराना है। सेंटर चलाने की जिम्मेदारी भले ही नेपाली नागरिकों को दी गई हो, लेकिन इसका पूरा खर्च चीन ही उठा रहा है। सेंटर में यह बताया जा रहा है कि नेपाल की सांस्कृतिक विरासत भारत नहीं, चीन से मिलती है।
आइबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नेपाल में चीन की चल रही हर गतिविधि की जानकारी केंद्र सरकार को है। 18 सितंबर 2016 को उड़ी में आतंकी हमले के बाद सीमांचल में आंतरिक सुरक्षा की मजबूती को लेकर केंद्रीय बल और स्थानीय पुलिस की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी।बैठक में चिंता जताई गई कि सीमांचल की सीमाएं बांग्लादेश और नेपाल से सटी हैं। कुछ सीमाक्षेत्र खुला भी है। इस कारण राष्ट्रविरोधी तत्व इस रास्ते से आसानी से भारत में प्रवेश कर सकते हैं। बैठक के बाद सीमांचल में भी केंद्रीय बल ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।
किशनगंज में महानंदा के किनारे एसएसबी के सेक्टर मुख्यालय के लिए जमीन तलाशी जा रही है। बिहार पुलिस ने भी पूर्णिया में एसटीएफ की शाखा कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इसके लिए फिलवक्त पुलिस लाइन में काम शुरू कर दिया गया है।कहा-डीआइजी, पूर्णिया नेकेंद्रीय बल और बिहार पुलिस के बीच बेहतर तालमेल है। विशेष शाखा और आइजी की सूचनाओं पर भी पुलिस मुस्तैदी के साथ काम करती है। हर माह को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में इसकी समीक्षा भी होती है।- उपेंद्र कुमार सिन्हाडीआइजी, पूर्णियाकहा- एसपी, किशनगंज नेसमय-समय पर संयुक्त अभियान चलाया जाता है। सुरक्षा को लेकर कई स्थानों पर बैरियर भी बनाए गए हैं। केंद्रीय सुरक्षा बल सीमा पर पूरी तरह मुस्तैद हैं।- राजीव मिश्राएसपी, किशनगंज
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