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नदी का जलस्तर कम होने बाद दिख रहा बर्बादी का मंजर

संवाद सूत्र दिघलबैंक (किशनगंज) दिघलबैंक प्रखंड में चार दिनों पहले आई बारिश के पानी स

By JagranEdited By: Updated: Sat, 23 Oct 2021 07:34 PM (IST)
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नदी का जलस्तर कम होने बाद दिख रहा बर्बादी का मंजर
संवाद सूत्र, दिघलबैंक (किशनगंज): दिघलबैंक प्रखंड में चार दिनों पहले आई बारिश के पानी से प्रखंड क्षेत्र के कनकई व बूढ़ी कनकई नदी में आए भीषण बाढ़ का पानी अधिकतर गांवों के घरों से निकल चुका है। लेकिन बेमौसम बारिश और उससे उत्पन्न बाढ़ ने प्रखंड क्षेत्र के सिघीमारी, लोहागाड़ा, पत्थरघट्टी, लक्ष्मीपुर, धनतोला और आठगछिया पंचायत के दर्जन भर से अधिक गावों में बर्बादी का निशान छोड़ गया है। एक ओर जहां लोगों के घर को तहस-नहस कर दिया है वहीं फसल को भी भारी नुकसान पहुंचा है।

बात केवल प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र लोहागाड़ा पंचायत की करें तो चारों ओर खेतों में खड़ी धान की फसल जमीन पर गिर गई है। चार दिनों पहले इलाके में आई बाढ़ ने खेतों में खड़ी तैयार हो रही धान की फसल को बर्बाद कर गया। वहीं सब्जी की खेती करने वाले किसानों को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। कई किसानों के आलू लगे खेत डूब गई, जिससे आलू के बीज बर्बाद हो जाने की प्रबल संभावना है। कइयों के तैयार खेत में घुटने भर पानी जमा हो गया। जो आने वाले दो से तीन सप्ताह तक खेती लायक संभव नहीं दिख रहा। असमय आए बाढ़ ने किसानों की कमर ही तोड़ दी है। इधर बाढ़ का पानी तो निचले इलाकों से तो निकल गया पर कई जगहों पर नदियों का कटान अब में जारी है। कनकई नदी द्वारा मंदिरटोला, ग्वालटोली में कटाव अब भी जारी है। कनकई में आयी बेहताशा पानी व बाढ़ ने लोहागाड़ा तालगाछ सड़क के टेकनीगढ़ी के पास पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया है। जिस पर वाहन तो चलना दूर लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल है। आखिर लाचार और बेबस ग्रामीण करें तो क्या करें किसके दरवाजे को खटखटाया और अपनी समस्या को बताये। क्षेत्र के लोगों की सामने बाढ़ ने विपदा खरी कर दी है।

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