Bihar News शुक्रवार की शाम एक पाकिस्तानी और दो नेपाली नागरिकों को एसएसबी द्वारा हिरासत में ले लिया गया। ये सभी करीब 400 मीटर अंदर भारत की सीमा में प्रवेश कर गए। किसी के पास से भी वैध दस्तावेज प्राप्त नहीं हुए। एसएसबी ने तीनों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। इनमें से पाकिस्तानी नागरिक दुबई में एक कंपनी चलाता है।
संवाद सूत्र, गलगलिया (किशनगंज)। किशनगंज से सटे बंगाल स्थित सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 41वीं पानीटंकी बटालियन ने शुक्रवार की शाम एक पाकिस्तानी और दो नेपाली नागरिकों को हिरासत में ले लिया।
एसएसबी सूत्रों के अनुसार, भारत में प्रवेश का कोई दस्तावेज नहीं होने के कारण पाकिस्तानी नागरिक व साथ में रहे दोनों नेपाली नागरिकों को पकड़ा गया।
इनकी पहचान पाकिस्तान के मर्दन जिला निवासी सैफ उल्लाह (46) पिता मु. इकबाल, नेपाल के होमटांग 6, भोजपुर निवासी मन बहादुर थापा (51) पिता भीम बहादुर थापा और ललितपुर सागरमाथा के उदयपुर निवासी मेघ बहादुर थापा (40) पिता अमर यश के रूप में हुई।
18 जुलाई को काठमांडू आया था पाकिस्तानी नागरिक
पूछताछ में पता चला कि सैफ उल्लाह ने बताया कि वह दुबई में सुरक्षा सेवा से जुड़ी कंपनी चलाता है। वह नेपाल के लोगों को काम पर रखता है। इसी सिलसिले में वह नेपाल आया था। यहां भी वह अपने नेपाली पार्टनर के साथ मिलकर हिमालयन गोरखा एचआर नाम से मैनपावर कंपनी चलाता है।
गत 18 जुलाई को काठमांडू आया था। वहां से कार से इटहरी आकर नौकरी के इच्छुक लोगों का इंटरव्यू लिया। शुक्रवार को तीनों वहां से निकल। रास्ते में उनकी कार खराब हो गई। कार की मरम्मत कराने के लिए वे भारत-नेपाल सीमा के पानीटंकी में आए थे।
इस दौरान नेपाल से भारत की सीमा में 400 मीटर अंदर प्रवेश कर गए। एसएसबी ने तीनों को हिरासत में ले लिया। उनकी कार विटारा ब्रेजा भी जब्त कर ली।
पूछताछ के बाद एसएसबी ने तीनों को खोड़ीबाड़ी थाना पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तीनों को सिलीगुड़ी न्यायालय में पेशी के लिए भेज दिया। बताया जाता है कि तीनों क्षेत्र की जानकारी के अभाव में भारतीय क्षेत्र में आ गए थे।
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