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1-2 नहीं, किशनगंज की महिला ने एक साथ 5 बच्चियों को दिया जन्म, डॉक्टर से लेकर परिजन तक सभी हैरान

बिहार के किशगंज में एक महिला ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया है। कोई इसे ईश्वर का करिश्मा मान रहा है तो कोई इसके पीछे वैज्ञानिक कारण बता रहा है। आम तौर पर एक महिला एक ही बच्चे को जन्म देती है। गर्भधारण के समय बदलाव होने के कारण जुड़वा बच्चों का भी जन्म होता है लेकिन एक साथ पांच बच्चियों का जन्म दुर्लभ है।

By Birbal Mahto Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 05 May 2024 07:45 PM (IST)
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किशनगंज की महिला ने एक साथ 5 बच्चियों को दिया जन्म। (सांकेतिक फोटो)
संवाद सूत्र, ठाकुरगंज (किशनगंज)। बिहार के किशनगंज में एक महिला ने पांच नवजात को जन्म दिया है। किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के जालमिलिक गांव की महिला ने एक साथ पांच बच्चियों को जन्म दिया है। कोई इसे ईश्वर का करिश्मा मान रहा है तो, इसके पीछे के वैज्ञानिक कारण बता रहा है।

आम तौर पर एक महिला एक ही बच्चे को जन्म देती है। गर्भधारण के समय बदलाव होने के कारण जुड़वा बच्चों का भी जन्म होता है, लेकिन एक साथ पांच बच्चियों का जन्म किसी अजूबे से कम नहीं है।

स्वजनों से मिली जानकारी के मुताबिक, ताहिरा बेगम (27 वर्ष) को प्रसव पीड़ा होने के बाद पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर शहर स्थित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां महिला ने एक साथ पांच बच्चियों को जन्म दिया।

चिकित्सक-नर्स सभी हैरान

एक के बाद एक बच्चियों को जन्म लेता देख चिकित्सक और नर्स भी हैरान हो गए। पांच बच्चों के जन्म देने की खबर पूरे जिले में चर्चा का विषय है।

पूरी तरह स्वस्थ है चच्चा और बच्चा

चिकित्सकों के मुताबिक, पांचों बच्चियां और उनकी मां पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। महिला को इससे पहेल एक तीन साल का बेटा है। इस तरह वह अब छह बच्चों की मां बन गई। बच्चियों के जन्म के बाद स्वजनों में हर्ष का माहौल है। इस प्राकृतिक चिकित्सीय घटना से सभी हतप्रभ हैं।

5 नवजात के जन्म के पीछे क्या है वैज्ञानिक कारण?

इस चिकित्सीय घटना के संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरगंज के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि एक से अधिक गर्भधारण एक ही अंडे के निषेचन का परिणाम हो सकता है न कि समान भ्रूण बनाने के लिए विभाजित होने से।

उन्होंने आगे बताया कि यह कई अंडों का निषेचन हो सकता है, जो गैर-समान भ्रूण का निर्माण कर सकते हैं, या यह कारक और कुछ मातृ और आनुवंशिक कारकों का संयोजन हो सकता है और पहले का पारिवारिक इतिहास भी हो सकता है। तीन या उससे अधिक बच्चे के जन्म को पाली जायोग्टिक कहा जाता है।

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