मर गई इंसानियत: घर में सोती मां-बेटी को आग लगाकर मार डाला, पति मुंबई में करता है मेहनत मजदूरी
आपसी रंजिश में किसी अज्ञात ने दरवाजे के नीचे से पेट्रोल छिड़का और फिर उसमें आग लगा दी जिसमें मां और दो बेटियां चपेट में आ गईं। मां और छोटी बेटी की मौत हो गई जबकि बड़ी बेटी अस्पताल में जिंदगी के लिए जंग लड़ रही है।
संवाद सूत्र, किशनगंज: जिले के पोठिया थाना क्षेत्र अंतर्गत चनामना गांव में घर में सोई मां और बेटी को पेट्रोल छिड़ककर आग लगाकर मार डाला। घटना शनिवार देर रात 12 बजे के करीब उस वक्त घटी, जब सभी लोग अपने घरों सोए हुए थे।
जानकारी के मुताबिक, आपसी रंजिश में किसी अज्ञात ने दरवाजे के नीचे से पेट्रोल छिड़का और फिर उसमें आग लगा दी, जिसमें मां और दो बेटियां चपेट में आ गईं। मां और छोटी बेटी की मौत हो गई, जबकि बड़ी बेटी अस्पताल में जिंदगी के लिए जंग लड़ रही है।
मृतकों की पहचान 32 वर्षीय अंजुरा खातुन और उनकी तीन साल की बेटी रिया बेगम के तौर पर हुई है, जबकि बड़ी बेटी फलक नाज नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल सिलीगुड़ी में जीवन और मौत के बीच झूल रही है।
गांव में घटी इस घटना से ग्रामीण दुखी और हैरान हैं। घटना रात के 12 बजे घटी, इस दौरान बिजली भी गुल थी। घर में आग लगने के बाद गृहिणी अंजुरा खातुन खिड़की के पास बचाओ-बचाओ की गुहार लगाई। शोर सुनकर ग्रामीण पहुंचे।
इधर, अंजुरा की बड़ी बेटी फलक नाज ने किसी तरह घर का दरवाजा खोला, लेकिन जब तक ग्रामीण मदद के लिए पहुंचते तब तक काफी देर हो चुकी थी। मां और दोनों बेटियों के शरीर बुरी तरह आग में झुलस चुके थे।
गांव वाले आनन-फानन तीनों को इस्लामपुर अस्पताल लेकर गए, जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखकर तीनों को नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचते ही मां और छोटी बेटी की मौत हो गई। घटनास्थल पर रविवार सुबह थाना अध्यक्ष निशाकांत कुमार पहुंचे और स्थल का मुआयना करते हुए घर को सील किया।
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया कि जब वे लोग पहुंचे और दरवाजा खुला तो पूरा घर धुंआ की लपटों से भरा पड़ा था। कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा था। घर का सारा सामान जल चुका था। तीनों मां- बेटी को घर से निकाला गया। जिनके शरीर का काफी हिस्सा जल चुका था।
गृहस्वामी मुंबई में करता है सिलाई का काम
गृहस्वामी अंजुरा खातुन के पति सलाउद्दीन मुंबई में सिलाई-कढ़ाई का काम करता है। इस कारण घर में तीनों मां -बेटी ही थी। अगल-बगल का घर थोड़ा हटकर है। स्थानीय ग्रामीण के मुताबिक, परिवार ग्रामीण है। बावजूद तीनों मां बेटी को आग लगाकर मारने का प्रयास करने के पीछे क्या मंशा रही।