Kishanganj Railway Station बिहार के रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। किशनगंज स्टेशल पर निर्माणाधीन प्लेटफॉर्म पर रेलवे ट्रैक का काम पूरा कर लिया गया है। रेल ट्रैक के ऊपर लगे तार का काम पूरा होने के बाद इस प्लेटफॉर्म को शुरू कर दिया गया है। इस रेलवे ट्रैक पर डीजल इंजन का ट्रायल भी कर लिया गया है।
संवाद सहयोगी, किशनगंज। किशनगंज रेलवे स्टेशन पर नया प्लेटफॉर्म वन ए निर्माण के रेलवे ट्रैक का काम संपन्न होने के बाद डीजल इंजन का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। अभी इस रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन परिचालन होने में कुछ समय लगेगा, कारण नए रेलवे ट्रैक पर इलेक्ट्रिक इंजन परिचालन के लिए ओएचई वायर (विद्युतीकरण) का कार्य बाकी है।
संभवत बहुत जल्द वन ए रेलवे ट्रैक के ऊपर ओवर हेड इक्विपमेंट वायर का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके बाद इस नए रेलवे पटरी पर इलेक्ट्रिक इंजन का परिचालन होगा।
डीजल इंजन का परिचालन इस एनएफ रेलवे के कटिहार डिवीजन में काफी कम हो चुका है।
स्टेशन के नए रेलवे प्लेटफॉर्म वन ए के रेलवे पटरी से संबंधित पटरी का कार्य और सिग्नल का कार्य भले ही पूरा हो चुका हो, लेकिन अब परिचालन में इलेक्ट्रिक वायर के कारण विलंब हो सकता है।
रेलवे सूत्रों का कहना है कि टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। बहुत जल्द इलेक्ट्रिक का काम शुरू हो जाएगा और बहुत जल्द इस पटरी पर ट्रेन का परिचालन होगा।
पांच साल बाद मेल लाइन से जुड़ा रेलवे ट्रैक
वर्ष 2019-20 में वन ए प्लेटफॉर्म बनकर तैयार हो चुका था। लगभग पांच साल बाद प्लेटफॉर्म के रेलवे ट्रैक को मेन लाइन से रेलवे ट्रैक को जोड़ने के लिए सीआरएस (कमीशन आफ रेलवे सेफ्टी) के अनुमति मिलने के बाद नान इंटरलाकिंग (एनआइ) का कार्य पूरा हुआ। हालांकि, अभी एनआई व सिग्नल का कार्य पूरा होने से इस नए प्लेटफॉर्म पर डीजल इंजन से संचालित ट्रेनों का आवागमन शुरू हो पाएगा, लेकिन इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित ट्रेनों का आवागमन अभी इस नए प्लेटफॉर्म पर नहीं हो पाएगा।
वर्ष 2017-18 में हुआ था फंड रिलीज
वित्तीय वर्ष 2017-18 में रेलवे मंत्रालय ने किशनगंज रेलवे स्टेशन में नए प्लेटफॉर्म बनाने के लिए फंड रिलीज किया था। उसी फंड से पांच साल पहले ही प्लेटफॉर्म बनकर तैयार हो गया था। लेकिन रेलवे ट्रैक लाइन का काम अधूरा रह गया था। 2017-18 के अगले वित्तीय वर्ष 2018-19 में मंत्रालय ने फंड रिलीज नहीं किया।
इस वजह से काम पूरा नहीं हो पाया। लंबे समय से प्लेटफॉर्म बन कर तैयार हो गया था। लेकिन ट्रेनों का आवागमन नहीं होता था। कटिहार डिवीजन के वरीय पदाधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विभागीय फंड से अधूरे पड़े काम को कुछ साल पहले फिर से शुरू किया है।
स्टेशन पर हो जाएगा तीन प्लेटफॉर्म
इस वक्त स्टेशन पर मात्र दो प्लेटफॉर्म होने के कारण यहां से ट्रेन संचालन में काफी परेशानी होते है। नवनिर्मित प्लेटफॉर्म वन ए चालू हो जाने से यात्रियों को काफी यात्रा में सहूलियत होगी। किशनगंज रेलवे के पास कुल आठ रेलवे ट्रैक है, जिसमें मेन लाइन दो है। रेलवे ट्रैक नंबर एक कामन लाइन है।
इसमें अप व डाउन दोनों ट्रेनों का आवागमन हो सकता है। रेलवे ट्रैक नंबर दो अप मेन लाइन है, ट्रैक नंबर तीन डउन मेन लाइन थ्रू पासिंग है। ट्रैक नंबर चार डाउन ट्रेन आती है। ट्रैक नंबर पांच से रैक प्वाइंट के लिए मालगाड़ी का आवागमन होता है। वहीं, ट्रैक नंबर सात, आठ व नौ का सिक एंड पीट लाइन के लिए है।
प्लेटफॉर्म चालू होने से आउटर पर नहीं रुकेगी ट्रेन
वन ए प्लेटफॉर्म शुरू हो जाने से यात्रियों को मिलेगी सुविधा। लंबे सफर तय कर किशनगंज पहुंचने वाले
यात्रियों को स्टेशन से पहले आउटर या हटवार, कानकी, शातिनगर व पंजीपारा में घंटों ट्रेन रुकने से निजात मिल जाएगा।
इसके साथ ही किशनगंज से अजमेर शरीफ तक जाने वाली गरीब नवाज एक्सप्रेस ट्रेन वन ए प्लेटफॉर्म से खुलेगी और यात्री आराम से इस नए प्लेटफॉर्म से सफर कर सकेंगे। हालांकि, इस वक्त गरीब नवाज एक्सप्रेस को सेंटिंग कर एक नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ा होने से अन्य ट्रेनों को परेशानी होती है।
गरीब नवाज के एक नंबर प्लेटफॉर्म पर खड़ा होने के कारण कई जगह पर अन्य ट्रेनों को खड़ा कर दिया जाता है। इससे भी लोगों को निजात मिलेगी। नवनिर्मित प्लेटफॉर्म संख्या वन ए की लंबाई 631 मीटर है। एक नंबर प्लेटफॉर्म की लंबाई 700 मीटर, जबकि दो नंबर प्लेटफॉर्म की लंबाई 745 मीटर है।
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