लखीसराय के सभापति पर 'सनकी आशिक' को भगाने का आरोप, पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए बनाई नई रणनीति; कई ठिकानों पर छापेमारी
लखीसराय हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी आशीष चौधरी की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस कई जिलों में उसकी तलाशी कर रही है। इस बीच लखीसराय नगर परिषद के सभापति अरविंद पासवान भी जांच के घेरे में आ गए हैं। पुलिस ने सोमवार को उनके घर और कई ठिकानों पर छापेमारी की। अरविंद पासवान पर आशीष चौधरी को भगाने का आरोप लगा है।
संवाद सहयोगी, लखीसराय। Lakhisarai Murder Case शहर के पंजाबी मोहल्ला में गत 20 नवंबर को हुई भीषण गोलीबारी और एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की घटना के मुख्य आरोपित आशीष चौधरी का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। पुलिस ने अपनी रणनीति बदलते हुए सोमवार को दोपहर बाद पंजाबी मोहल्ला में लखीसराय नगर परिषद (नप) के सभापति अरविंद पासवान के घर सहित कई जगहों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की।
जानकारी हो कि गोलीबारी की घटना के बाद से पीड़ित परिवार नप सभापति पर आरोपित आशीष चौधरी को भगा देने का आरोप लगा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष सह क्षेत्रीय विधायक विजय कुमार सिन्हा ने भी इसे अपना मुद्दा बना रखा था। चौतरफा हमला झेल रही पुलिस ने सोमवार को अपनी रणनीति बदलते हुए कई ठिकानों पर छापेमारी की।
घर पर नहीं मिले सभापति
एसपी पंकज कुमार इस दौरान कबैया थाने से मामले को निगरानी करते रहे। एएसपी रौशन कुमार के नेतृत्व में लखीसराय थानाध्यक्ष राजीव कुमार, कबैया थानाध्यक्ष वैभव कुमार, डीआइयू की पूरी टीम एवं काफी संख्या में पुलिस बल ने पंजाबी मोहल्ला स्थित लखीसराय नप के सभापति के घर पर छापेमारी की। उस वक्त सभापति अपने घर में नहीं मिले। उनके यहां मांगलिक कार्य की तैयारी चल रही थी।
सभापति के घर से निकलने के बाद पुलिस ने उसी मोहल्ले से नगर परिषद के संवेदक अशोक मोदी को उसके घर से हिरासत में ले लिया। घटना के दिन अशोक मोदी पर भी स्वजन ने आरोप लगाया था कि उसने आरोपित को वहां से भगा दिया। छापेमारी के दौरान ही पुलिस ने फरार मुख्य आरोपित आशीष चौधरी की एक स्कूटी बरामद की है।
पुलिस ने खंगाला सीसीटीवी का डीवीआर
बताया जा रहा है कि घटना के पूर्व वह उसी स्कूटी से अशोकधाम मंदिर गया था। पुलिस ने पंजाबी मोहल्ला से सटे पटेल नगर मोहल्ला स्थित उमेश साव के घर की तलाशी ली। पुलिस ने उमेश साव के घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर खंगाला और उसका पूरा डेटा पेन ड्राइव में लिया। पुलिस आशीष चौधरी को पिस्टल और कारतूस देने के आरोप में उमेश साव को जेल भेज चुकी है।
जांच में यह सामने आया है कि घटना के दिन पुलिस जब पहुंची थी तो स्थानीय लोगों एवं हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने पुलिस को गुमराह कर दूसरे रास्ते से आशीष के भागने की जानकारी दी थी। पुलिस ने अशोक मोदी के बाद पंजाबी मोहल्ला से ही सन्नी पासवान, गौतम पासवान, राजा पासवान को उठाया। ये सभी घटना के समय स्थल पर मौजूद थे। पुलिस की छापेमारी के बाद पंजाबी मोहल्ला में फिर से पूरे दिन हड़कंप मचा रहा।
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