बिहार में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का बढ़ेगा वर्कलोड, KK Pathak ने सुनाया ये फरमान; आदेश का पालन नहीं हुआ तो...
KK Pathak News बिहार में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का वर्कलोड अब और बढ़ने वाला है। विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कर्मचारियों को प्रतिदिन 10 स्कूलों के निरीक्षण का काम सौंप दिया है। कर्मचारियों को यह काम अपने अन्य कार्यों के साथ ही करना होगा। जो भी 10 स्कूलों का निरीक्षण नहीं करेगा उसे कारण बताना होगा।
By Mukesh KumarEdited By: Rajat MouryaUpdated: Thu, 02 Nov 2023 04:00 PM (IST)
संवाद सहयोगी, लखीसराय। सरकारी विद्यालयों के नियमित निरीक्षण व्यवस्था को और प्रभावी बनाने को लेकर विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने समग्र शिक्षा अभियान से जुड़े कर्मियों को विद्यालय जांच की बड़ी जिम्मेदारी दी है। केके पाठक के आदेश पर शिक्षा विभाग के कर्मियों को हर रोज 10 सरकारी विद्यालय का निरीक्षण करना होगा।
आदेश के मुताबकि, 10 विद्यालय से कम निरीक्षण करने वाले कर्मियों को कारण बताना होगा। विद्यालय निरीक्षण रिपोर्ट हर रोज संबंधित प्रखंड के बीईओ के माध्यम से भेजी जाएगी। डीईओ विमलेश कुमार चौधरी ने एक आदेश जारी कर सभी कर्मियों को इसका अनुपालन करने को कहा है।
इनको करना होगा आदेश का पालन
डीईओ ने लखीसराय जिला अंतर्गत समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत कार्यरत एपीओ, सभी सहायक साधन सेवी, लेखापाल, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, सहायक प्रबंधक तकनीकी, कनीय प्रबंधक तकनीकी, सभी संभाग प्रभारी, मध्याह्न भोजन योजना अंतर्गत कार्यरत डीपीएम, लेखापाल, डीआरपी, सभी प्रखंड साधनसेवी, डाटा ऑपरेटर, सभी प्रखंडों के बीआरपी लेखापाल, बीपीएम को निर्धारित रोस्टर के अनुसार आवंटित प्रखंडों के प्रारंभिक, माध्यमिक, प्लस टू स्कूल का निरीक्षण करते हुए अपने कार्यालयों के कार्य करेंगे।ये रही निरीक्षण की टाइमिंग
डीईओ ने कहा है कि सभी सहायक अभियंता और कनीय अभियंता को सुबह नौ बजे 11 बजे तक विद्यालय निरीक्षण करते हुए 11 बजे से दो बजे तक अपने क्षेत्र के अधीन कार्य करेंगे तथा दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक विद्यालय निरीक्षण का अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।ये भी पढ़ें- Bihar Teacher Recruitment: शिक्षक नियुक्ति में डिग्री ले चुके अभ्यर्थियों को ही मिलेगा मौका, BPSC ने लिया बड़ा फैसला
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