Lakhisarai Firing: लखीसराय को दहलाने वाला 'सनकी आशिक' कब होगा गिरफ्तार? घटना के 5 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
बिहार के लखीसराय को दहलाने वाला सनकी आशिक आशीष चौधरी कब गिरफ्तार होगा? यह सवाल अब हर शख्स की जुबान पर है। परिवार को गोलियों से भूनने वाले अशीष चौधरी का घटना के पांच दिन बाद भी कुछ पता नहीं लगा है। पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। हालांकि पुलिस का कहना है कि कई जिलों में छापामारी जारी है और जल्द ही आशीष उनकी गिरफ्त में होगा।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। Lakhisarai Firing Case गत 20 नवंबर को अंधाधुंध गोलीबारी करके लखीसराय को दहला देने वाले सिरफिरे आशीष चौधरी का सुराग घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस को नहीं मिल पाया है। हालांकि, पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
साथ ही पुलिस की कई टीम विभिन्न तरीके से गोपनीय छापेमारी कर रही है। इस गोलीकांड में गिरफ्तार होकर जेल भेजे गए उमेश साव और राजन पासवान से पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर पुलिस की दूसरी टीम अन्य ठिकाने पर छापेमारी कर रही है।
कई जिलों में चल रही आशीष चौधरी की तलाश
एसपी पंकज कुमार ने डीआईयू को स्पेशल टीम को भी इसमें लगा रखा है। यानी पुलिस की पूरी टीम जिले के कई थाने के थानाध्यक्ष की अगुवाई में तकनीकी और विज्ञानी तरीके से लगी हुई है, लेकिन शातिर आशीष चौधरी घटना के तुंरत बाद इतना दूर निकल गया की वहां तो पुलिस का हाथ पांच दिन बाद भी नहीं पहुंच पाया है।
शनिवार को लखीसराय आएंगे ललन सिंह
एसपी पंकज कुमार की मानें तो जल्द ही पुलिस परिणाम देने की स्थिति में होगी। इधर, घटना के बाद से विपक्षी दलों खासकर नेता प्रतिपक्ष के निशाने पर रहे क्षेत्रीय सांसद सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शनिवार को लखीसराय आएंगे और शशिभूषण झा के पीड़ित परिवार से मिलेंगे।
उनके आने की सूचना से पीड़ित परिवार को बड़ी उम्मीद बंधी है। जदयू के जिलाध्यक्ष रामानंद मंडल ने बताया कि सांसद शनिवार की शाम को पीड़ित परिवार से मिलेंगे और सांत्वना देंगे।
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