लखीसराय गोलीकांड: पूर्व विधायक फुलैना ने पीड़ित बच्चों को लिया गोद; कहा- इन्हें हम पढ़ाएंगे, कुछ लोग लाश पर कर रहे राजनीति
Lakhisarai firing case लखीसराय गोलीकांड में पीड़ित परिवार शशिभूषण झा के तीन बच्चों को पूर्व राजद विधायक फुलैना सिंह ने गोद लिया है। उन सभी बच्चों की स्नातक तक की शिक्षा वे दिलाएंगे। इसके साथ ही फुलैना सिंह ने कहा कि वे पटना जाकर राज्य सरकार से दोनों विधवा को सरकारी नौकरी देने एवं मुआवजा दिलाने का प्रयास भी करेंगे।
जागरण संवाददाता, लखीसराय। लखीसराय गोलीकांड के पीड़ित परिवार शशिभूषण झा के घर से उनकी तीन संतानों की एक साथ अर्थी निकलने और तीन के अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रही स्थिति की कल्पना मात्र से शरीर में सिहरन और दया का भाव आना स्वाभाविक है।
स्थिति यह कि गरीब परिवार के घर में घटना के बाद से चूल्हा जला या नहीं इसकी सुध लेने की फुर्सत किसी राजनीतिक दल या सामाजिक कार्यकर्ता ने नहीं ली है। हालांकि घटना पर सत्ता एवं विपक्षी दलों के नेताओं की बयानबाजी रोज हो रही है।
पीड़ित परिवार अब भी दहशत में है और इस कारण घटना स्थल पंजाबी मोहल्ला स्थित घर में ताला बंद करके परिवार के सभी लोग घटना में मृत चंदन झा के पश्चिमी कार्यानंद नगर स्थित ससुराल के नजदीक के पास अपने घर में शरण ले रखे हैं।
परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती
यहीं पर एसपी पंकज कुमार ने परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती भी की है। उधर लखीसराय के पूर्व राजद विधायक फुलैना सिंह बुधवार को पीड़ित परिवार से मिले। परिवार की व्यथा और माली हालत की स्थिति से अवगत होने के बाद पूर्व विधायक फुलैना सिंह ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उक्त परिवार के सभी बच्चों को गोद लेने की बात कही।
स्नातक तक की शिक्षा वे दिलाएंगे पूर्व विधायक
उन्होंने दिवंगत चंदन झा की विधवा गुड़िया से कहा कि घटना में किसी के पिता मरे तो किसी की मां अब नहीं रही। ऐसे में उन सभी बच्चों की स्नातक तक की शिक्षा वे दिलाएंगे। गोलीबारी में मृत राजनंदन झा एवं चंदन झा की विधवा को उनकी शिक्षा और योग्यता अनुसार अपनी संस्थान में नौकरी देने की भी बात उन्होंने कही।
लाश पर राजनीति
फुलैना सिंह ने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि वे पटना जाकर राज्य सरकार से दोनों विधवा को सरकारी नौकरी देने एवं मुआवजा दिलाने का प्रयास भी करेंगे। उन्होंने इस जघन्य घटना को झा परिवार के लिए भूकंप बताया और कहा कि इस आपदा में इस परिवार को मदद करने के बदले कुछ लोग लाश पर राजनीति कर रहे हैं। इससे किसी का भला नहीं होगा। यदि सही में समाज और मानव के लिए कुछ करना है तो इस पीड़ित परिवार के जख्मी लोगों के इलाज कराने में आगे आना चाहिए।
जख्मी शशिभूषण झा के बड़ा पुत्र राजनंदन झा (मृतक) पत्नी लवली झा (जख्मी) के तीन बेटी जूही (16) महिला कालेज बड़हिया, खुशी (15) बीएनएम कालेज बड़हिया, रानी कुमारी (12) वर्ग पंचम में निजी विद्यालय शारदा इंग्लिश अकादमी और एक पुत्र ओम झा (5) केजी ग्रुप निजी विद्यालय शारदा इंग्लिश अकादमी में पढ़ रही है।
दूसरा बेटा चंदन झा (मृतक) पत्नी मेघा कुमारी उर्फ गुड़िया के दो पुत्र अभिनव आनंद उर्फ प्रिंस (14) ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ रहा है। इसने ही अपने पिता, चाचा और फुआ को मुखाग्नि दी है। एक पुत्र धनराज उर्फ दिव्यांशु (12) है, जबकि इस गोलीबारी में जिंदा बचे कुंदन झा पत्नी प्रति झा (जख्मी) के दो पुत्र रुद्र कुमार (5) और चंद्रमोहन उर्फ गणेश (4 माह) गोली कांड में सिर में चोट लगने से जख्मी है। दोनों बच्चे को उसकी मौसी के पास रखकर इलाज कराया जा रहा है।
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