भारत में बढ़ रहा ब्रेस्ट कैंसर का प्रकोप, हर साल 76 हजार महिलाओं को निगल रही बीमारी; अब जनजागरूकता पर फोकस
भारत में ब्रेस्ट कैंसर का प्रकोप तेज से बढ़ रहा है। हर साल डेढ़ लाख के करीब महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होती हैं। सालभर में 76 हजार से ज्यादा महिलाओं को ये गंभीर बीमारी निगल रही है। इसी के मद्देनजर अब स्वास्थ्य विभाग जनजागरूकता पर फोकस कर रहा है। खासतौर से ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
By Dharmendra KumarEdited By: Rajat MouryaUpdated: Tue, 10 Oct 2023 06:13 PM (IST)
संवाद सूत्र, सिंहेश्वर (मधेपुरा)। Breast Cancer Cases Increasing सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंहेश्वर में होमी भाभा कैंसर अस्पताल व रिसर्च सेंटर व एनसीडी द्वारा कैंसर जागरूकता माह को लेकर जनजागरूकता अभियान चलाया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रंजना भगत ने कहा कि भारत में प्रतिवर्ष एक लाख 46 हजार महिलाएं स्तन कैंसर से पीड़ित होती हैं।
उन्होंने बताया कि इनमें 76 हजार महिलाओं की असामयिक मृत्यु हो जाती है। इस माह स्तन कैंसर जागरूकता माह है। कैंसर को लेकर ग्रामीण स्तर पर अभियान के माध्यम से लोगों को जागरूक करना होगा। इससे महिलाओं को स्तन कैंसर होने से पहले बचाया जा सकता है।
'जिस रफ्तार से स्तन कैंसर के मरीजों की संख्या...'
इस अवसर पर एमओआईसी डॉ. रविंद्र ने कहा कि जागरूकता माह में कैंसर को लेकर कार्यक्रम एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा प्रतिदिन जिस रफ्तार से स्तन कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यह चिंताजनक है। सभी की जिम्मेदारी है कि आसपास ऐसे दिखे तो उन्हें स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाएं, ताकि कैंसर जैसी बीमारी से उसकी मौत न हो।ग्रामीण स्तर तक पहुंच रही टीमें
इस अवसर पर टेक्निकल ऑफिसर डॉ. प्राची आनंद ने कहा कि हमारी टीम विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीण स्तर तक पहुंच रही है। समाज में खासकर महिलाओं को जागरूक किया गया है। महिलाओं में किसी भी प्रकार के गांठ-गिलठी, घाव, कोई भी बदलाव दिखे तो उसे कतई इग्नोर नहीं करें उसे तुरंत सदर अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में दिखाएं।
डीटीओ डॉ. आमना ने कहा कि जिला स्तर पर हमारी टीम ने लगभग नौ हजार ब्रेस्ट कैंसर स्कीनिंग की है। 10 महीने में 13 ब्रेस्ट कैंसर के मरीज मिले हैं। उन्हें बेहतर इलाज के लिए होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर व अन्य जगह भेजा गया है। यहां स्क्रीनिंग कार्यक्रम, जागरूकता अभियान तथा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चल रहे हैं। इस अवसर पर बीएचएम पियूष कुमार, डॉ. आशीष कुमार सहित दर्जनों स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद थे।
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