National Cancer Awareness Day 2023: नहीं डिगा मधेपुरा की सुनीता का आत्मविश्वास, कैंसर को दी मात
World Cancer Awareness Day 2023 मधेपुरा के सिंहेश्वर की सुनीता को जब पता चला कि उसे कैंसर हो गया है तो वह घबरा गईं लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। हौसला व आत्मविश्वास नहीं छोड़ा। अपना इलाज कराया और आज वह एकदम ठीक हैं। यह सिर्फ सुनीता की स्थिति नहीं बल्कि दो दर्जन कैंसर रोगियों की है जो आत्मबल के सहारे उपचार करवा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मधेपुरा। मधेपुरा के सिंहेश्वर की सुनीता को जब पता चला कि उसे कैंसर हो गया है तो वह घबरा गईं, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। हौसला व आत्मविश्वास नहीं छोड़ा। अपना इलाज कराया और आज वह एकदम ठीक हैं।
यह सिर्फ सुनीता की स्थिति नहीं, बल्कि दो दर्जन कैंसर रोगियों की है, जो आत्मबल के सहारे उपचार करवा रहे हैं। वहीं, पतरघट की शांति भी कैंसर के नाम से डर गई थी। उसे ब्रेंस्ट कैंसर हो गया है, लेकिन उसने हौसला व आत्मविश्वास नहीं छोड़ा। वह भी नार्मल जीवन जी रही है।
मालूम हो कि मधेपुरा में 29 हजार मरीज हैं। खास कर शहरी क्षेत्र में स्थिति नाजुक हो रही है। करीब दो दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है।
आनंद अस्पताल में पिछले दिनों आयोजित शिविर में दो हजार मरीजों की जांच के दौरान 28 मरीज कैंसर से पीडि़त मिले। 19 मरीजों को मुंह व नौ महिलाओं को बच्चादानी कैंसर पाया गया था।
थोड़ी सी लापरवाही पड़ सकती है भारी
गुटखा, पान व सिगरेट के अत्यधिक इस्तेमाल से माउथ कैंसर में लगातार इजाफा हो रहा है। वहीं, कम उम्र में शादी के कारण बच्चेदान में इंफक्शन के कारण कैंसर हो रहा है। शहरी क्षेत्र में तेजी से कैंसर फैल रहा है।
जल्द ही इसपर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति भयावह हो जाएगी। यहीं नहीं स्मार्ट फोन के बढ़ते प्रचलन से बीमारी की सौगात मिल रही है। मोबाइल से निकलने वाली घातक रेडिएशन शरीर में प्रवेश कर जाती है। जो धीरे-धीरे भयावह रूप धारण कर लेती है।
मरीज जो हुए ठीक
सदर प्रखंड के सुखासन के मनोज कुमार गुप्ता को कैंसर था। आपरेशन व कीमो थेरैपी के बाद अब वे ठीक हैं।
पतरघट की शांति कुमारी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ था। आपरेशन के बाद अब वह ठीक है।
उदाकिशुनगंज की रागिनी देवी भी कैंसर से पीड़ित थी। प्राइमरी स्टेज में ही पता चल जाने के कारण ठीक हो गई।
इनकी हो गई मौत
सिंहेश्वर प्रखंड अंतर्गत अंतर्गत पिपराही निवासी 25 वर्षीय नीलम कुमारी की मौत ब्लड कैंसर से हुई थी।
सदर प्रखंड के श्रीपुर निवासी 28 वर्षीय मुकेश कुमार की मौत ब्लड कैंसर से हुई थी।
कुमारखंड प्रखंड अंतर्गत जदिया के राहुल की मौत कैंसर से हुई थी
सदर प्रखंड के संत कुमार की मौत भी कैंसर से हुई थी।
इसके अलावा राजवीर गांव के गौरी देवी, साहुगढ़ के सुरेश कुमार, अतलखा के नुनुलाल सदा, मधेपुरा की मिरो कुमारी सहित दो दर्जन लोगों की मौत कैंसर से हो चुकी है।
नशा का सेवन काफी खतरनाक होता है। खासकर पान, गुटखा सिगरेट की आदत से माउथ कैंसर होने का खतरा बढ़ रहा है। कोसी क्षेत्र में इन दिनों माउथ कैंसर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके अलावा बच्चेदानी के कैंसर भी बढ़ रहा है। नशा का आदत छोड़ने के बाद ही जानलेवा बीमारी से छुटकारा संभव है। कम उम्र में शादी होने से बच्चेदानी कैंसर का खतरा बढ़ता है। - डॉ. आरके पप्पू, आनंद अस्पताल, मधेपुरा
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