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बिहार में 50 लाख की डकैती; वारदात के बाद SP ने टीम के साथ जंगल की खाक छानी, मगर अब तक हाथ खाली

बिहार में देर रात 50 लाख की डकैती ने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। मधुबनी जिले में हड़कंप है। पुलिस कार्रवाई की बात तो कर रही है। लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिला पुलिस अधीक्षक ने वारदात के बाद टीम के साथ घटनास्थल के साथ लगते जंगल की भी तलाशी ली है।

By Shiv ChandraEdited By: Rajat MouryaUpdated: Mon, 09 Oct 2023 06:21 PM (IST)
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बिहार में 50 लाख की डकैती; वारदात के बाद SP ने टीम के साथ जंगल की खाक छानी

संवाद सूत्र, मधवापुर (मधुबनी)। Bihar 50 Lakh Rupees Loot साहरघाट बाजार में रविवार देर रात 60 से 70 की संख्या में आए डकैतों ने कपड़ा व्यापारी राजकुमार गामी के घर डकैती की वारदात को अंजाम दिया। परिवार के लोगों को मारपीट कर घायल कर दिया गया। 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति लूट ले गए। हालांकि, अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

डकैती के दौरान रविवार की रात साहरघाट बाजार को बम के धमाकों से दहला दिया गया। पूरा इलाका धमाके से थर्रा गया। बाजार के लोग पूरी रात खौफ में थे। घटना में डकैतों ने घर की एक महिला समेत तीन पुरुष गृहस्वामी को बुरी तरह जख्मी कर दिया। जबकि तीन होमगार्ड पुलिस के जवान को भी घायल कर दिया।

रविवार की रात 12 बजे करीब 60 से 70 की संख्या बम-बारूद से लैस डकैतों ने कपड़ा व्यवसायी राजकुमार गामी के घर प्रवेश कर तांडव मचाना शुरू किया। इसी दौरान आसपास के लोगों ने डायल 112 समेत पुलिस विभाग के तमाम वरीय अधिकारी को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस पहुंच गई, लेकिन तब तक डकैत घटना को अंजाम देकर निकल गए।

एसपी ने जंगल तक किया पीछा, मगर...

वहीं, मधुबनी पुलिस कप्तान सुशील कुमार सूचना मिलते ही घटना के करीब एक घंटे बाद 2 बजे साहरघाट पहुंच गए। पहले राजकुमार गामी के घर पहुंचे और घटनाक्रम की पूरी जानकारी ली। फिर पुलिस बल के साथ डकैतों का पीछा करने नदी के तटबंध वाले जंगल के रास्ते निकल गए। काफी दूर तक पीछा किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिलने के बाद पुलिस कप्तान वापस घटनास्थल पहुंचे। पत्रकारों द्वारा पूछने पर कहा कि जांच के बाद ही कुछ बता पाएंगे।

पहली भी हो चुकी लूट की कई घटनाएं

रविवार की रात साहरघाट बाजार में डकैती की घटना के बाद लोगों का गुस्सा उबाल पर है। फुलपरास से लेकर जयनगर तक की दर्जनों थाना की पुलिस वाहन लेकर सुबह तक खाक छानते रहे, लेकिन अपराधी पकड़ में नहीं आया।

साहरघाट थाना क्षेत्र के विगत कुछ माह पहले मुखियापट्टी गांव निवासी नारद ठाकुर के घर में भीषण डकैती हुई थी, जिसका अब तक खुलासा नही किया गया।

इसी तरह, पिहवाड़ा में दो घरों में भीषण चोरी, बाड़ा टोल के तीन घरों में भीषण चोरी, अवारी गांव निवासी सह जिला परिषद सदस्य मनीष झा समेत तीन घरों में भीषण चोरी की वारदात हुई थी। जिसका अब तक ना तो कोई सुराग मिला है और ना ही अब तक इस पर पुलिस की कोई प्रतिक्रिया आई है।

फिसड्डी साबित हो रही पुलिस

ऐसे दर्जनों मामले हैं, अपहरण, सामूहिक बलात्कार, लूट, जिसमें साहरघाट पुलिस फिसड्डी साबित हुई है। बावजूद वरीय अधिकारी का ध्यान ऐसे मामलों पर नहीं जाना कहीं न कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। बहरहाल, साहरघाट बाजार के व्यवसायियों का गुस्सा उबाल पर है और अब देखना होगा कि आखिर पुलिस अधीक्षक क्या कार्रवाई करते हैं।

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