441 पंचायतों के लिए BSNL का खास प्लान, मधुबनी में धड़ाधड़ सिम बिकने से और बढ़ा कंपनी का फोकस
बिहार के मधुबनी जिले में बीएसएनएल के सिम धड़ाधड़ बिक रहे हैं। कुछ लोगों ने अपना सिम पोर्ट कराना भी शुरू कर दिया है। बढ़ते कारोबार को देखते हुए कंपनी का फोकस भी मधुबनी की तरफ ज्यादा बढ़ गया है। अब भारत-नेपाल सीमा पर बीएसएनएल अपने छह 4G टावर लगाने जा रहा है। इससे इंटरनेट स्पीड भी फास्ट होने का अनुमान है।
ब्रजमोहन मिश्र, मधुबनी। मधुबनी जिले में बीएसएनएल सिम की मांग में वृद्धि हुई है। जिले में प्रतिमाह औसतन 300 सिम की बिक्री होती थी। वहीं, जुलाई में अब तक 700 से अधिक सिम की बिक्री हुई है। अगस्त में मांग और बढ़ने की उम्मीद है।
प्राइवेट कंपनी के सिम का बीएसएनएल में पोर्ट कराने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। जुलाई में करीब 450 निजी कंपनियों के उपभोक्ताओं ने अपना सिम बीएसएनएल में पोर्ट कराया है।
अब खबर है कि गृह मंत्रालय के 4जी सैचुरेशन प्रोजेक्ट के तहत मधुबनी में भारत-नेपाल सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) बॉर्डर आउटपोस्ट पर भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के छह 4जी नए टावर स्थापित किए जाएंगे।
सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह निर्णय लिया गया है। एसएसबी पोस्ट खौना, बेतोना, उसराही, हरने, नियोढ़ व कुनौली में बीटीएस (बेस ट्रांस रिसीवर स्टेशन) 4जी टावर के निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। इनके अलावा एसएसबी आउट पोस्ट गंगौर, महोलिया व औराहा में सर्वे चल रहा है।
अब तक सात जगह लगाए गए टावर
जिला दूरसंचार विभाग के टीडीएम (टेलीफोन डिस्ट्रिक्ट मैनेजर) सुमन कुमार झा ने बताया कि जिले में सात जगह बसैठा, खजौला, रामपट्टी, बिस्फी, खुटौना, सप्ता व सुक्की में बीएसएनएल के 4जी बीटीएस टावर लगाए गए हैं। जिले में 105 जगहों पर टावर लगाए जाएंगे।जिले में बीएसएनएल उपभोक्ताओं को फास्ट इंटरनेट सुविधा एवं हाई कनेक्टिविटी के लिए 4जी टावर का विस्तार किया जा रहा है। मधुबनी शहर और झंझारपुर में 4जी सेवा पहले से ही काम कर रही है। 4जी सेवा की रेंज सात से 10 किमी होगी।
बीएसएनएल सिम धारकों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। मोबाइल की डाटा स्पीड बढ़ जाएगी। सुरक्षा के दृष्टिकोण से टावर ऐसी जगह स्थापित किए जाएंगे, ताकि नेटवर्क नेपाल तक नहीं पहुंचे।
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