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जनकपुर धाम में अनाज से तैयार की जा रही राम-सीता की 121 फीट लंबी भव्य कलाकृति, इस दिन से विवाहोत्सव की होगी शुरुआत

विवाह पंचमी पर नेपाल के जनकपुर धाम में गेहूं चना उड़द मक्का व मूंग सहित 11 तरह के 101 क्विंटल अनाज से सीता-राम की 121 फीट लंबी और 91 फीट चौड़ी कलाकृति का निर्माण किया जा रहा है। जनकपुरधाम उद्योग वाणिज्य संघ की ओर से रंगभूमि मैदान की 11 हजार 11 स्क्वॉयर फीट जमीन पर कलाकृति का निर्माण किया जा रहा है। मंगलवार से विवाहोत्सव की शुरुआत होगी।

By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Sun, 10 Dec 2023 09:44 PM (IST)
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जनकपुरधाम में अनाज से बन रही 121 फीट लंबी सीता-राम की कलाकृति। (जनकपुर धाम फाइल फोटो)
मनोज झा, हरलाखी (मधुबनी)। विवाह पंचमी (श्रीराम व जानकी विवाह) पर नेपाल के जनकपुरधाम में गेहूं, चना, उड़द, मक्का व मूंग सहित 11 तरह के 101 क्विंटल अनाज से सीता-राम की 121 फीट लंबी और 91 फीट चौड़ी कलाकृति का निर्माण किया जा रहा है।

इसे बनाने के लिए मध्य प्रदेश के हरदा जिले से शिल्पकार सतीश गुर्जर आठ सदस्यीय टीम के साथ पहुंचे हैं। दूसरी ओर विवाहोत्सव की तैयारी में जनकपुरधाम स्थित जानकी मंदिर को सजाया जा रहा है। मंगलवार से विवाहोत्सव की शुरुआत होगी। 17 को विवाहोत्सव होगा।

जनकपुरधाम उद्योग वाणिज्य संघ की ओर से रंगभूमि मैदान की 11 हजार 11 स्क्वॉयर फीट जमीन पर कलाकृति का निर्माण किया जा रहा है। इसके लिए जमीन पर मैट(दरी) बिछाया गया है। इसी के ऊपर अनाज से कलाकृति बनेगी।

इन अनाजों का होगा इस्तेमाल

इसमें चावल 25 क्विंटल, गेहूं छह क्विंटल, ना 18 क्विंटल, काला उड़द 18 क्विंटल, चना दाल चार क्विंटल, तुअर दाल चार क्विंटल, मसूर दाल चार क्विंटल, मक्का तीन क्विंटल, मूंगफली दो क्विंटल और मूंग 12 क्विंटल इस्तेमाल होगा। इसमें जिस रंग की जहां जरूरत होगी, वहां उसी रंग का अनाज लगाया जाएगा।

कब तैयार होगी कलाकृति ?

विवाह पंचमी से तीन दिन पहले 14 दिसंबर तक कलाकृति तैयार हो जाएगी। श्रद्धालु इसका दर्शन कर सकेंगे। विवाह पंचमी के समापन के बाद इसमें से जो 15 प्रतिशत अनाज मिक्स हो जाएगा, उसे गोशाला को दे दिया जाएगा। वहीं, सुरक्षित अनाज को अनाथ आश्रम, वृद्धा आश्रम व बाल आश्रम को भेजा जाएगा।

समिति के संयोजक ने क्या कहा ?

कलाकृति निर्माण के लिए बनाई गई समिति के संयोजक जितेंद्र कुमार महासेठ का कहना है कि कलाकृति निर्माण, सजावट व अन्य व्यवस्था में करीब 13 लाख, 50 हजार भारतीय रुपये खर्च होंगे। कलाकृति स्थल पर टेंट, लाइट, साउंड, बांस बाउंड्री सहित अन्य की व्यवस्था रहेगी।

28 वर्षीय शिल्पकार सतीश गुर्जर इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, अयोध्या में श्री सीता-राम की अनाज से कलाकृति बना चुके हैं।

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