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जनकपुरधाम में प्रभु श्रीराम और माता जानकी के विवाहोत्सव की धूम, अयोध्या से जाएगा तिलक; इन जिलों से गुजरेगी बरात

जनकपुरधाम में प्रभु श्रीराम और माता जानकी के विवाहोत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं। पहली बार अयोध्या में प्रभु श्रीराम का तिलकोत्सव होगा। नेपाल विश्व हिंदू परिषद की ओर से तिलक सामग्री जाएगी। 251 लोगों का दल तिलक लेकर अयोध्या जाएगा। तिलकोत्सव में बांस की 501 टोकरी में भार (उपहार) जाएगा। 16 नवंबर को अयोध्या के लिए तिलक यात्रा प्रस्थान करेगी।

By Jagran News Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 12 Nov 2024 03:02 PM (IST)
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नेपाल के जनकपुरधाम से जाएगा 501 भार, तिलक यात्रा में जाएंगे 201 लोग
मनोज झा, जनकपुरधाम (नेपाल)। प्रभु श्रीराम और माता जानकी विवाहोत्सव को लेकर जनकपुरधाम में चहल-पहल शुरू है। हर ओर तैयारी और चर्चा है। कहीं विवाह के पारंपरिक गीत गाए-गुनगुनाए जा रहे तो कहीं महिलाएं गारी (मजाक के लिए प्रसंगवश गाया जानेवाला गीत) गा रही हैं।

अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद जनकपुरधाम में यह पहला विवाहोत्सव होगा। इसे हर तरीके से विशेष बनाने की योजना है। पहली बार अयोध्या में प्रभु श्रीराम का तिलकोत्सव होगा। नेपाल विश्व हिंदू परिषद की ओर से तिलक सामग्री जाएगी।

जनकपुरधाम में विवाह पंचमी को लेकर सजा पौराणिक विवाह मंडप। (फाइल फोटो)

नेपाल में विहिप के धनुषा जिलाध्यक्ष संतोष साह ने सोमवार को प्रेसवार्ता में बताया कि उनके नेतृत्व में जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास के अलावा मधेश प्रदेश के मेयर, संत व नगरवासी सहित कुल 251 लोग तिलक लेकर अयोध्या जाएंगे।

नगरवासी व श्रद्धालुओं के सहयोग से तिलकोत्सव में बांस की 501 टोकरी में भार (उपहार) जाएगा। इसमें प्रभु श्रीराम समेत चारों भाइयों, माता-पिता के लिए मिथिला पेंटिंग युक्त वस्त्र, मखाना के विविध व्यंजन, मेवा, बर्तन, मिठाई एवं आभूषण शामिल होंगे। आभूषण में सोने की अंगूठी, गले की चेन, चांदी की पादुका और मुकुट बनवाए गए हैं।

16 नवंबर को अयोध्या के लिए होगा प्रस्थान:

अयोध्या जाने के लिए तिलक यात्रा में ट्रक, बस व अन्य छोटे चारपहिया वाहनों को शामिल किया जाएगा। यात्रा 16 नवंबर को जनकपुरधाम से प्रस्थान करेगी। यह जलेश्वर, धनकौल से हुलाकी मार्ग होते हुए गढ़ी माई पहुंचेगी, वहां रात्रि विश्राम होगा। अगले दिन, 17 नवंबर को वीरगंज होते हुए तिलक यात्रा गोपालगंज (बिहार) में प्रवेश करेगी। वहां से गोरखपुर पहुंचेगी और दिन का अल्प विश्राम होगा। वहां श्रद्धालु उपहार दर्शन भी कर सकेंगे।

शाम तक अयोध्या पहुंचने का कार्यक्रम है। 18 नवंबर को मंदिर परिसर में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के नेतृत्व में तिलकोत्सव होगा। रात्रि मिलन के दौरान अयोध्या के संत, महंत और नगरवासियों को छह दिसंबर को बरात लेकर जनकपुरधाम आने का निमंत्रण दिया जाएगा।

मुजफ्फरपुर: अयोध्या से जनकपुर जानेवाली बरात का कांटी में होगा ठहराव

श्री सीताराम विवाह महोत्सव के लिए अयोध्याधाम से बरात यात्रा निकलेगी। इसका पड़ाव कांटी में भी होगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। विश्व हिन्दू परिषद के वरीय नेता व बरात यात्रा के स्थानीय प्रभारी राजकिशोर सिंह ने बताया कि पहली बार बरात शिवहर से गुजरेगी।

उन्होंने कहा कि बरात 26 नवंबर को कारसेवकपुरम, अयोध्याधाम से निकलेगी। उसके बाद आजमगढ़, बक्सर, पटना होते हुए 29 नवंबर को कांटी पहुंचेगी। यहां पर बरात के भव्य स्वागत की तैयारी है। उसके बाद बरात जनकपुर के लिए निकल जाएगी। बरात का रात्रि पड़ाव आजमगढ़, बक्सर, पटना, कांटी, सीतामढ़ी, बेनीपट्टी, माधवापुर-मटिहानी, जानकी मंदिर बारह बीघा मैदान है। वापसी में वीरगंज नेपाल होते हुए बरात अयोध्याधाम जाएगी।

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