6 दिसंबर को होगा प्रभु श्रीराम और माता जानकी का विवाह, अयोध्या से जनकपुरधाम जाएंगे 500 बाराती
6 दिसंबर को विवाह पंचमी है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान राम और माता पार्वती का विवाह हुआ था। नेपाल के जनकपुरधाम में भगवान राम और माता पार्वती का भव्य विवाहोत्सव मनाया जाएगा। राम विवाह के लिए अयोध्या से 500 बाराती नेपाल जाएंगे। 26 नवंबर को बारात अयोध्या से रवाना होगी और अलग-अलग जगहों पर विश्राम करते हुए 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंचेगी।
मनोज झा, जनकपुरधाम (नेपाल)। हर साल की तरह इस साल भी नेपाल के जनकपुरधाम में विवाह पंचमी पर को प्रभु श्रीराम और माता जानकी का विवाहोत्सव काफी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस साल विवाह पंचमी 6 दिसंबर को है। इसे लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के बाद भगवान और माता जानकी का यह पहला विवाहोत्सव होगा, जिसे विशेष बनाने के लिए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं।
अयोध्या से जाएंगे 500 बाराती
जानकी मंदिर के महंत और नगरवासी जोरशोर से प्रभु श्रीराम और माता जानकी के विवाह की तैयारी में लगे हुए हैं। इस बार का यह विवाहोत्सव कई मायनों में विशेष महत्व रखता है। एक तो सदियों की प्रतीक्षा के बाद इस बार अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के बाद जनकपुरधाम में यह पहला विवाहोत्सव है।
दूसरा इस वर्ष विवाहोत्सव में शामिल होने के लिए भारतीय विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के अगुआई में अयोध्या से प्रभु श्रीराम व माता जानकी की अष्टधातु से बनी 35 लाख मूर्ति के साथ करीब पांच सौ की संख्या में बाराती भी जनकपुरधाम पहुंचेंगे।अयोध्या से बारात आने की परंपरा साल 2004 से शुरू हुई, जो हर पांच वर्ष पर होती है। इससे पहले साल 2019 में अयोध्या से भगवान राम की बारात गई थी। अब राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या से गाजे-बाजे के साथ रथ पर प्रभु श्रीराम चारो भाई के स्वरूप के साथ बाराती जनकपुर धाम पधारेंगे।
नेपाल विहिप के धनुषा जिलाध्यक्ष संतोष साह ने दी राम विवाह की जानकारी
- बारात आगामी 26 नवंबर को साढ़े आठ बजे सुबह अयोध्या के कारसेवकपुरम से जनकपुरधाम के लिए प्रस्थान करेगी।
- दिन का भोजन अंबेडकरनगर और रात्रि विश्राम आर्यमगगढ़ में होगा।
- 27 नवंबर को रसड़ा में दिन का भोजन और बक्सर(बिहार) में रात्रि का विश्राम होगा।
- 28 नवंबर को आरा में दिन का भोजन और पाटलिपुत्र पटना में रात्रि विश्राम होगा।
- 29 नवंबर को वैशाली में दिन का भोजन और कांटी में रात्रि विश्राम होगा।
- 30 नवंबर को रुन्नी सैदपुर में दिन का भोजन और सीतामढ़ी पुनौरा धाम में रात्रि विश्राम होगा।
- 1 नवंबर दिसंबर को अहिल्यास्थान में दिन का भोजन व बेनीपट्टी में रात्रि विश्राम होगा।
- 2 दिसंबर को विशौल विश्वामित्र स्थान में दिन का भोजन और मधवापुर मटिहानी में रात्रि विश्राम होगा।
- 3 दिसंबर को जलेश्वर व नगर भ्रमण करते हुए बाराती जनकपुरधाम पहुंचेंगे।
- 4 दिसंबर को जनकपुरधाम में आयोजित विवाहोत्सव के तिलकोत्सव और समधी मिलन रस्म में सभी बाराती शामिल होंगे।
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