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पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर

जासं मधुबनी रहिका प्रखंड स्थित कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने इसके लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने पर्यटन विभाग और कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव को प्रस्ताव का पत्र भेजा है। वहीं यहां सावन में मनाए जाने वाले श्रावणी मेला को राजकीय समारोह के रूप में मनाने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इससे पहले रहिका के अंचल अधिकारी ने सदर एसडीओ को इसकी अनुशंसा की थी। इसमें विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया गया है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 10 Oct 2019 11:00 PM (IST)
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पर्यटन स्थल के रूप में विकसित होगा कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर

मधुबनी। रहिका प्रखंड स्थित कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने इसके लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। उन्होंने पर्यटन विभाग और कला संस्कृति एवं युवा विभाग के प्रधान सचिव को प्रस्ताव का पत्र भेजा है। वहीं यहां सावन में मनाए जाने वाले श्रावणी मेला को राजकीय समारोह के रूप में मनाने का प्रस्ताव भी भेजा गया है। इससे पहले रहिका के अंचल अधिकारी ने सदर एसडीओ को इसकी अनुशंसा की थी। इसमें विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया गया है।

कपिल मुनि ने की थी स्थापना

डीएम ने प्रस्ताव में कहा है कि जिला मुख्यालय से लगभग 13 किमी की दूरी पर सदर अनुमंडल अंतर्गत रहिका प्रखंड मुख्यालय से लगभग तीन किमी दूर 03 श्री श्री 108 अति प्राचीन कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर अवस्थित है। किवदंती है कि यह मंदिर कपिल मुनी द्वारा स्थापित है। यहां सालों भर प्रतिदिन भारी संख्या में श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन-पूजन एवं जलाभिषेक किया जाता है। साथ ही यहां प्रति वर्ष श्रावण मास में एक माह तक श्रावणी मेला का आयोजन किया जाता है। उक्त माह के प्रत्येक सोमवारी को लाखों कांवड़ियों द्वारा जयनगर अनुमंडल मुख्यालय (लगभग 30 किमी की दूरी) स्थित कमला नदी से कांवड़ में पवित्र जल भर कर कपिलेश्वर नाथ महादेव को जलाभिषेक किया जाता है। उक्त स्थल पर पूरे माह सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है। सदर एसडीओ के प्राप्त प्रस्ताव को शामिल करते हुए अनुरोध किया है कि कपिलेश्वर नाथ महादेव मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने एवं श्रावणी मेला को राजकीय समारोह के रूप में मनाए जाने की स्वीकृति की दिशा में आवश्यक कार्रवाई की जाए। विद्यापति की जन्म स्थली को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का पहले गया है प्रस्ताव

इससे पहले बेनीपट्टी के बिस्फी में स्थित महाकवि विद्यापति की जन्म स्थली को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इन प्रस्तावों को स्वीकृति मिल जाने से जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

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