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कुमारिल भट्ट डीह को मिलेगा पर्यटन केंद्र का दर्जा

मधुबनी। मिथिला अपनी सभ्यता व संस्कृति के वास्ते देश व दुनिया में जानी जाती है। कुमारिल भट्ट ने भटसिमर से निकल कर देश व दुनिया में सनातन धर्म का पताका फहराने का काम किया।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 14 Dec 2019 11:28 PM (IST)
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कुमारिल भट्ट डीह को मिलेगा पर्यटन केंद्र का दर्जा

मधुबनी। मिथिला अपनी सभ्यता व संस्कृति के वास्ते देश व दुनिया में जानी जाती है। कुमारिल भट्ट ने भटसिमर से निकल कर देश व दुनिया में सनातन धर्म का पताका फहराने का काम किया। भटसिमर स्थित इनके जन्मडीह को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिलाए जाने की दिशा में पहल होगी। यह उद्गार क्षेत्रीय विधायक डॉ. रामप्रीत पासवान ने व्यक्त किए। वे भटसिमर स्थित बाबा नीलमणिनाथ स्थान परिसर में कुमारिल भट्ट युवा मंच के तत्वावधान में आयोजित द्वितीय कुमारिल भट्ट उत्सव सह विद्यापति स्मृति पर्व समारोह के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। भाजपा नेता राजीव झा के संचालन में आयोजित समारोह को प्रमुख ममता देवी, उप प्रमुख संजय पटेल, परमेश्वर ठाकुर, जिला पार्षद संजय राम, मैथिली फिल्म निर्देशक मनोज झा, मानवाधिकार संरक्षण समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गजेंद्र झा,वरिष्ठ भाजपा नेता अमरनाथ प्रसाद,महेंद्र पासवान,मिथिलेश चौरसिया,सुभाष मिश्रा,मृत्युंजय कुमार कुंदन,पंसस ममता पटेल व मुन्नी देवी, मुखिया सावित्री देवी, संजय राय, भवेश मिश्रा आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि कुमारिल भट्ट ने बौद्ध धर्म के प्रहार से निराशावाद की ओर जा रहे सनातन धर्म को मीमांसा दर्शन के जरिए संरक्षित करने तथा प्रचारित व प्रसारित करने का काम किया। इनसे जुड़े स्थलों का विकास तथा साहित्यों पर शोध होना चाहिए। मिथिलाक्षर की पढ़ाई को पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने की भी मांग उठी। इससे पूर्व आयोजन समिति द्वारा मंचस्थ अतिथियों को पाग दोपटा देकर सम्मानित किया गया। मौके पर कुमारिल भट्ट युवा मंच के अध्यक्ष अवधेश ठाकुर, उपाध्यक्ष संजय राय,सचिव अजीत झा व रौशन ठाकुर,कोषाध्यक्ष प्रशांत मिश्रा व बासुकी झा,किरतु ठाकुर समेत कई अन्य भी थे।

उद्घाटन के बाद शुरू हुए सांस्कृतिक सत्र में मैथिली के प्रख्यात गायक कलाकार कुंजबिहारी मिश्र, सेवानंद झा, दिया चौधरी, पवन नारायण, कंचन पांडेय, रचना झा, अन्नू चौधरी ने मैथिली व हिदी गीतों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। सुप्रसिद्ध उद्घोषक रामसेवक ठाकुर ने चुटीले अंदाज से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। जनकपुर से आये कलाकारों द्वारा मिथिला की सांस्कृतिक परंपराओं पर आधारित मनोहारी नृत्यों से लोग भाव विभोर होते रहे।