Bihar News: श्रीसीताराम विवाह महोत्सव में मंगल गीत, कहवां के पियर माटी, कहवां के कुदार हे...
Bihar News श्रीसीताराम विवाह महोत्सव में मंगल गीतों के साथ निभाई गई मटकोर की रस्म। जानकी मंदिर से मंगल गीतों के साथ मटकोर के लिए निकलीं सैकड़ों महिलाएं। सोमवार को प्रभु श्रीराम व माता जानकी के विवाह की रस्म निभाई जाएगी।
By Manoj JhaEdited By: Dharmendra Kumar SinghUpdated: Sun, 27 Nov 2022 07:32 PM (IST)
हरलाखी/मधुबनी, {मनोज झा}। प्रभु श्रीराम और जनक दुलारी जानकी के विवाह को लेकर जनकपुरधाम में उत्साह है। नगरवासी जानकी मंदिर के अलावा घरों में भी विवाह की तैयारी में जुटे हैं। शनिवार को तिलकोत्सव के बाद रविवार को मटकोर की रस्म निभाई गई। नगर के गंगासागर पोखर पर मां गंगा एवं किशोरीजी की आरती के साथ मटकोर पूरा हुआ। इस दौरान नगर की महिलाओं ने मंगल गीतों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 'कहवां के पियर माटी, कहवां के कुदार हे...' जैसे पारंपरिक लोकगीतों के साथ मिट्टी कोड़ने की रस्म निभाई गई। इसी मिट्टी से विवाह की वेदी बनाई जाएगी।
नेपाली सेना के जवानों ने माता जानकी का किया आह्वान
मिथिला नरेश राजा जनक के दरबार से निकलने से पहले नेपाली सेना के जवानों ने शाही धुन से माता जानकी का आह्वान किया। इसके बाद जनक नंदिनी को रथ पर बैठाया गया । नगर की महिलाएं पारंपरिक लोकगीत के साथ रथ के पीछे गंगासागर पोखरा तक पहुंचीं। नेपाली सेना के जवान भी रथ के आगे शाही धुन बजाते हुए चल रहे थे। इसका नेतृत्व राजा जनक की भूमिका में रहे जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राम रोशन दास कर रहे थे। जनक नंदिनी नगर भ्रमण करते हुए गंगासागर पोखरा पर पहुंचीं। वहां महिलाओं ने आंचर स झांपी-झांपी लेल सियदान हे... चलली सलोनी धिया कमला पूजन हे...' गीत से मटकोर की रस्म को पूरा किया।विवाहोत्सव आज
जनकपुरधाम स्थित राजा जनक के दरबार में बनाए गए विशाल विवाह मंच पर सोमवार को प्रभु श्रीराम व माता जानकी के विवाह की रस्म निभाई जाएगी । इस रस्म को देखने के लिए श्रद्धालु जनकपुरधाम पहुंच चुके हैं। विवाह महामहोत्सव को लेकर जनकपुरधाम को सजाया गया है । जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए हैं। चौक-चौराहों पर नेपाली आर्म्ड पुलिस फोर्स व सेना को तैनात कर दिया गया है। नेपाली सेना द्वारा जानकी मंदिर के ऊपर हेलीकाप्टर से पुष्पवर्षा की जाएगी।
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