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औराही स्थान से आज करुणा पहुंचेगी परिक्रमा यात्रा, स्थानीय लोगों में उल्लास

मधुबनी । मिथिलाधाम मध्यमा परिक्रमा यात्रा मंगलवार को पुन भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करेगा।

By JagranEdited By: Updated: Mon, 14 Mar 2022 11:50 PM (IST)
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औराही स्थान से आज करुणा पहुंचेगी परिक्रमा यात्रा, स्थानीय लोगों में उल्लास

मधुबनी । मिथिलाधाम मध्यमा परिक्रमा यात्रा मंगलवार को पुन: भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करेगा। नेपाल के कचुरीधाम स्थित मिथिलाबिहारी मंदिर से तीन मार्च को शुरू परिक्रमा यात्रा हनुमानगढ़ी, कल्याणेश्वर स्थान, गिरजा स्थान फुलहर, मटिहानी, जलेश्वर स्थान, मड़ई स्थान, ध्रुवकुंड, कंचनवन, पर्वता स्थान, धनुषा, सतोषर स्थान, औरही स्थान होते हुए मंगलवार को भारतीय क्षेत्र में करुणा गांव के रामसागर पोखर पहुंचेगा। सोमवार को परिक्रमा यात्रा का रात्रि विश्राम औरही स्थान में हुआ। वहां से मंगलवार को विदा होकर शाम तक प्रभु श्रीराम व माता सीता के डोला संग परिक्रमा यात्रा में शामिल साधु-संत व श्रद्धालु करुणा गांव में रात्रि विश्राम करेंगे। परिक्रमा यात्रा के करुणा पहुंचने को लेकर स्थानीय लोगों में उल्लास का माहौल है। स्थानीय लोगों के अनुसार करुणा गांव से चार किलोमीटर की दूरी पर विशौल विश्वामित्र स्थान है। त्रेतायुग में जनक दरबार जाने से पूर्व अपने गुरु महर्षि विश्वामित्र व अनुज लक्ष्मण के साथ प्रभु श्रीराम ने यहां कुछ दिन विश्राम किया था। इस दौरान महर्षि आश्रम के पोखरा में स्थान करते थे और प्रभु श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण के साथ करुणा गांव के रामसागर पोखरा में स्नान करने जाते थे। तभी से ही इस पोखरा को रामसागर पोखरा के नाम से जाना जाता है। इस पोखरा के एक तरफ हरिहर बाबा का स्थान और दूसरी ओर विद्यालय हैं, जहां श्रद्धालु विश्राम करेंगे। करुणा गांव के इस नाम को भी प्रभु श्रीराम व माता जानकी के विवाहोत्सव से भी जोड़ा जाता है। विवाहोत्सव के बाद जब माता सीता डोली में बैठकर विदा हुई तो सैकड़ो की संख्या में सहेलियां उन्हें जनकपुरधाम की सीमा पार कराने के लिए डोली के साथ निकली थी। इस स्थान पर पहुंचकर सहेलियों ने माता सीता को मिथिला के विदाई परंपरा के अनुसार पानी पिलाया और करुणामयी अंतिम विदाई दी। तभी से इस गांव को करुणा के नाम से जाना जाता है। परिक्रमा यात्रा के दौरान एक दिन प्रभु श्रीराम व माता सीता का डोला यहां विश्राम करते हैं।

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तैयारियों में जुटे स्थानीय लोग :

परिक्रमा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए स्थानीय ग्रामीण तैयारियों में जुटे हुए हैं। ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं के स्नान के लिए जलकुम्भी से भरे रामसागर पोखरा को निजी श्रमदान देकर सफाई की है। स्थानीय मुखिया पति अजय कुमार राय, शैलेन्द्र कुमार उर्फ नागमणी सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि पोखरा के चारों तरफ साफ-सफाई की गई है, ताकि परिक्रमा यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। यहां से बुधवार को परिक्रमा यात्रा कल्याणेश्वर स्थान की परिक्रमा करते हुए विशौल पहुंचेगी। अगले दिन गुरुवार को परिक्रमा यात्रा विशौल से जनकपुर के लिए प्रस्थान करेगा। शुक्रवार को जनकपुर में ही परिक्रमा यात्रा का समापन होगा।

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