फुलहर व कल्याणेश्वर स्थान होंगे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित
मधुबनी। भारत-नेपाल सीमावर्ती हरलाखी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर कल्याणेश्वर स्थान महादेव मंदिर कलना एवं गिरजा स्थान फुलहर को सरकार ने पर्यटन स्थल क्षेत्र घोषित कर दिया है।
मधुबनी। भारत-नेपाल सीमावर्ती हरलाखी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहर कल्याणेश्वर स्थान महादेव मंदिर कलना एवं गिरजा स्थान फुलहर को सरकार ने पर्यटन स्थल क्षेत्र घोषित कर दिया है। इसको लेकर पर्यटन मंत्रालय के दो सदस्यीय टीम इन दोनों स्थानों का निरीक्षण भी किया है। निरीक्षण के दौरान हरलाखी प्रखंड विकास पदाधिकारी अरुणा कुमार चौधरी व सीओ शशिभूषण प्रसाद सिंह, अंचल सीआई राम बालक राम सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। पर्यटन मंत्रालय के दो सदस्यीय टीम ने गिरजा स्थान मंदिर परिसर का मुआयना कर दोनों पोखरा का भी निरीक्षण किया एवं यहां दोनों पोखरा की उड़ाही, मंदिर परिसर का चारदीवारी, निर्माण एवं टूरिस्ट प्लेस के रूप में विकसित किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी मंदिर के इतिहास सहित अन्य बिदुओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। इसके बाद टीम ने स्थानीय पदाधिकारी के साथ कल्याणेश्वर स्थान महादेव मंदिर कलना पहुंचे। वहां का निरीक्षण कर विकास करने की घोषणा की। पर्यटन स्थल घोषित होने से दोनों स्थलों का काफी विकास होगा। स्थानीय लोगों में खुशी है। दोनों स्थलों की चर्चा हिदुओं के धर्म ग्रंथ रामचरितमानस में विस्तार से चर्चा की गई है। आजादी के इतने वर्ष बीतने के बाद भी इन ऐतिहासिक स्थलों का विकास नहीं होने से लोगों में मायूसी थी। लेकिन, अब खुशी की खबर है। इन पर्यटन स्थलों का समग्र विकास होने से इलाके में रोजगार व विकास की रफ्तार बढ़ेगी।