'अपनी जाति के नेताओं को भी झाड़ू मारकर भगाना होगा', जानें मधुबनी में क्यों भड़क गए प्रशांत किशोर?
Prashant Kishor मधुबनी में जनसुराज यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर लगातार अपनी यात्रा बढ़ा रहे हैं। वह गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं। इसी क्रम वह राज्य में फैली जातिवादी व्यवस्था पर भी कटाक्ष कर रहे हैं। उन्होंने जातिवाद फैलाने वाले नेताओं को झाड़ू मारकर भगाने की बात तक कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि बिहार से कंगाली कैसे दूर होगी।
By Jagran NewsEdited By: Sanjeev KumarUpdated: Sun, 12 Nov 2023 10:41 AM (IST)
डिजिटल डेस्क, मधुबनी। Prashant Kishor Speech: जन सुराज यात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर इन दिनों मधुबनी की यात्रा पर हैं। वह यहां कई गांवों का दौरा कर लोगों को संबोधित कर रहे हैं। लोगों को जागरुक करने के लिए लगातार नेताओं पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने इस बार जातिवाद फैलाने वाले नेताओं पर जोरदार हमला बोला है। प्रशांत किशोर ने कहा कि जो नेता आपको लूटकर कंगाल बनाया है उसको झाड़ू मारकर भगाइए, चाहे वह आपकी जाति और धर्म का ही क्यों न हो उसे सबक जरूर सिखाइए।
प्रशांत किशोर हुए आगबबूला
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि बिहार में 12000 से लेकर 15000 तक की रोजगार की व्यवस्था की जा सकती है लेकिन नेता लोग होने नहीं देंगे। अगर कंगाली खत्म करना है और लक्ष्मी जी को बुलाना हो तो सबसे पहले लूटने वाले नेताओं को झाड़ू मारकर भगाइए, चाहे वह आपके धर्म और जाति का ही क्यों न हो। तभी सुधरेगी बिहार की व्यवस्था। नहीं तो आपके बच्चों का जीवन इसी बेगारी में बितेगा।
भाजपा प्रवक्ता ने किया प्रशांत किशोर के बयान का समर्थन
भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर ने सही कहा कि जो भी जातिवादी राजनीति करते हैं, उन्हें इस दिवाली पर झाड़ू मारकर भगाना होगा।महागठबंधन के नेताओं ने बोला हमला
कांग्रेस प्रवक्ता असितनाथ तिवारी ने कहा कि प्रशांत किशोर गलत बोल रहे हैं। बिहार में अब जातिवाद नहीं है। हमलोगों ने आरक्षण इसलिए बढ़ाया है ताकि पिछड़े लोगों को शासकीय और प्रशासकीय सिस्टम में हिस्सेदारी मिल सके।
पिछले दिनों प्रशांत किशोर ने 75 फीसदी आरक्षण को लेकर बोला था हमला
प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों मधुबनी में ही कहा था कि बिहार में जातिगत गणना के बाद नीतीश सरकार ने आरक्षण का दायरा 15 प्रतिशत और बढ़ाने का फैसला किया है। बिहार के लोगों को पहले ये समझना होगा कि ये जनगणना नहीं, सर्वे है जिसका कोई वैधानिक आधार नहीं है। यह सुप्रीम कोर्ट में टिकेगा कि नहीं इसकी भी कोई गारंटी नहीं है।आरक्षण के नाम पर जो लूट हो रही वह सही नहीं: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि आरक्षण की जो व्यवस्था बनी हुई है वो सुप्रीम कोर्ट ने तय की है जो बिहार विधानसभा से बाहर का मामला है। अगर वोट प्रतिशत के आधार पर कोई समाज पीछे है तो उसको उसकी भागीदारी मिलनी चाहिए। लेकिन उनकी भागीदारी के नाम पर अपना घर भरने की जो बात है इसके अलावा खुद लूटकर और अपने बच्चों को जो बैठाए हुए हैं वो सही नहीं है।
यह भी पढ़ें:Diwali 2023 : दिवाली पर इमरजेंसी सेवा के लिए ये फोन नंबर आएंगे काम, पटाखे जलाते समय रखें इन बातों का ध्यानBihar Teacher News: बिहार के शिक्षकों के लिए बड़ी खबर, ट्रांसफर व प्रतिनियुक्ति पर लगी रोक, दिशानिर्देश जारी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।