मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर रहती दुर्घटना की आशंका
दरभंगा-जयनगर रेल मार्ग पर आमान परिवर्तन के बाद मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
मधुबनी। दरभंगा-जयनगर रेल मार्ग पर आमान परिवर्तन के बाद मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं मधुबनी रेलवे स्टेशन के से सटे क्रा¨सग मानव रहित होने के कारण ट्रेनों के आने-जाने के समय भी लोगों की आवाजाही लगी रहती हैं। हालांकि यहां आम लोगों के आवाजही के लिए पुल का निर्माण चल रहा हैं। जबकि क्रा¨सग संख्या 13 के निकट पुल का निर्माण नही होने के कारण ट्रेनों के आवाजाही के समय लोगों को भारी जाम की समस्या से जुझना पड़ता हैं। जाम से बचने के लिए क्रा¨सग बंद होने के बाद भी लोगों को आवाजाही करते देखा जाता हैं। जिससे अनहोनी की आशंका बनी रहती हैं। मालूम हो कि हाल ही में जयनगर में स्वतंत्रता सेनानी एक्स्प्रेस की चार बोगी बेटरी हो गया था। पिछले तीन वर्षों में दरभंगा-जयनगर रेल मार्ग पर आमान परिवर्तन के बाद मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर हुई दुर्घटना में 23 लोगों की मौत हो चुकी है। मानव सहित में तब्दील हो रेलवे क्रा¨सग आए दिन ट्रेन की चपेट में आकर लोगों की मौत का सिलसिला लगा ही रहता हैं। ऐसे घटनाओं में कई मौत की सच्चाई सामने नही आ पाता हैं। वहीं कई घटना में लोगों की लापरवाही सामने आते रहे हैं। शहर के राजेश कुमार का कहना है कि रेलवे क्रा¨सग संख्या 13 के निकट जाम की समस्या से निजात के लिए ब्रिज का निर्माण कराया जाना चाहिए। रेल यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होना चाहिए। रेल यात्री विनोद महतो ने बताया कि दरभंगा-जयनगर रेल मार्ग पर मानव रहित रेलवे क्रा¨सग पर दुर्घटना को रोकने के लिए मानव सहित क्रा¨सग में तब्दील किया जाना चाहिए। शहर के समाजसेवी रीतेश कुमार ने कहा कि रेल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को बहाल करने में रेल प्रशासन उदासीन बना हैं। मधुबनी रेलवे स्टेशन अधीक्षक जगदंबा प्रसाद ने बताया कि यात्री सुविधा और सुरक्षा के लिए रेल प्रशासन पूरी तरह सजग हैं।