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Bihar Ganga Ghat: पांच वर्ष बाद दोबारा होगी 22 गंगा घाटों की बंदोबस्ती, खनन विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

मुंगेर में पांच साल बाद गंगा के सफेद बालू घाटों की बंदोबस्ती होगी। सदर अनुमंडल क्षेत्र में आने वाले कुल 22 गंगा घाटों की बंदोबस्ती की तैयारी है। इससे राजस्व में वृद्धि होगी और अवैध बालू खनन पर रोक लगेगी। बालू घाटों को क्लस्टर में बांटकर बंदोबस्ती की जाएगी। बता दें कि 2019 के बाद से गंगा बालू घाट की बंदोबस्ती नहीं हो पाई है।

By Manish Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 08 Oct 2024 07:22 PM (IST)
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पांच वर्ष बाद दोबारा होगी 22 गंगा घाटों की बंदोबस्ती। जागरण

मनीष कुमार, मुंगेर। पांच वर्ष बाद इस बार जिला खनन विभाग गंगा के सफेद बालू घाटों की बंदोबस्ती करेगा। सदर अनुमंडल क्षेत्र में आने वाले कुल 22 गंगा घाटों की बंदोबस्ती की तैयारी है। खनन कार्यालय की ओर से प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इसे खान निदेशालय को भेजा जाएगा। विगत पांच वर्षों से जिले के गंगा बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं हो पा रही थी। इससे राजस्व के नुकसान के साथ-साथ तस्करों की चांदी कट रही थी।

जिले की लखीसराय जिला सीमा स्थित पहली पंचायत बाहाचौकी घाट से लेकर भागलपुर सीमा पर स्थित घोरघट पंचायत के बीच के घाटों की बंदोबस्ती की तैयारी चल रही है। पूर्व में भी कई बार बंदोबस्ती का प्रयास किया गया, लेकिन संग्रामपुर स्थित पीले बालू घाट को छोड़ गंगा के सफेद बालू घाट की बंदोबस्ती में किसी ने आवेदन ही नहीं किया। बीच में एक बार गंगा घाटों की बंदोबस्ती के लिए दो लोगों ने आवेदन किया, परंतु किसी कारणवश यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।

विकास से जुड़े कार्यों जैसे भूमि विकास, गड्ढ़ा भरने, सड़क निर्माण, भवन निर्माण आदि में गंगा की सफेद बालू का उपयोग किया जाता है। खनन विभाग की ओर से गंगा की सफेद बालू की दर 75 रुपये प्रति घनमीटर निर्धारित की गई है। प्रति एक सौ सीएफटी अर्थात चार टन के लिए 212 रुपये का सरकारी चालान कटाना होता है।

इसी प्रकार मिट्टी की दर 33 रुपये प्रति घनमीटर निर्धारित की गइ्र है। प्रति एक सौ सीएफटी अर्थात चार टन मिट्टी खनन के लिए 92 रुपये का सरकारी चालान कटाना होता है। इससे अवैध बालू व मिट्टी खनन पर रोक लगेगी।

क्लस्टर में बांटकर होगी बालू घाटों की बंदोबस्ती:

बंदोबस्ती के लिए बालू घाटों को क्लस्टर में बांटा गया है। इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रफल निर्धारित किए गए हैं। कालीस्थान फुलकिया गंगा घाट को ब्लाक-एक ए, बी, सी, डी, ई तथा एफ, कालीस्थान बरियारपुर बालू घाट ब्लाक-दो ए, बी, सी, डी, ई तथा एफ, महुली बालू घाट ब्लाक-तीन ए, बी, सी तथा डी, टीकारामपुर बालू घाट ब्लाक-चार व पहाड़पुर बालू घाट ब्लाक-सात ए, बी, सी, डी तथा ई में शामिल किया गया है।

2019 के बाद से गंगा बालू घाट की बंदोबस्ती नहीं हो पाई है। इस बार नए सिरे से प्रस्ताव तैयार कर स्वीकृति के लिए विभाग को भेजा जा रहा है। - पंकज कुमार, जिला खनिज विकास पदाधिकारी, मुंगेर

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