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पैसेंजर ट्रेन का किराया बढ़ाए जाने से गरीबों को हो रही परेशानी

मुंगेर। रेल मंत्रालय द्वारा पैंसेजर ट्रेनों का किराये में तीन गुणा वृद्धि किए जाने से गरीबों क

By JagranEdited By: Updated: Sun, 14 Mar 2021 12:06 AM (IST)
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पैसेंजर ट्रेन का किराया बढ़ाए जाने से गरीबों को हो रही परेशानी

मुंगेर। रेल मंत्रालय द्वारा पैंसेजर ट्रेनों का किराये में तीन गुणा वृद्धि किए जाने से गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दस रुपये के बदले भागलपुर के लिए तीस रुपये का टिकट कटाना पड़ रहा है। टिकट की कीमत में आई तेजी से से आम यात्री परेशान हैं। पहले एक्स्प्रेस ट्रेनों की सीटें आरक्षित कर रेलवे गरीबों को एक्सप्रेस ट्रेन में नहीं चढ़ने के लिए बाध्य कर चुकी है । इसके बाद जमाुलपुर भागलपुर तथा जमालपुर किऊल रूट में चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों का किराया बढ़ा कर रेलवे गरीबों को पैदल चलने के लिए बाध्य कर रही है। कौशल कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार कोरोना संकट के नाम पर ट्रेनों का किराया बढ़ा कर गरीब यात्रियों को पैदल चलने के लिए बाध्य कर रही है। लगातार पेट्रोल एवं डीजल के मूल्य में वृद्धि कर सरकार पहले ही लोगों की जेब पर कैंची चला चुकी है। अव रेलवे भी लोगों को रूलाने का काम कर रही है। रूपेश कुमार ने कहा कि वे लोग सप्ताह में कई दिन टिकट कटा कर भागलपुर या किउल काम से जाते हैं। पहले कम भाड़ा लगने के कारण रेलवे ही हमलोगों की यात्रा का सबसे प्रिय माध्यम था। अब रेलवे ने भी किराया बढ़ा दिया है। किशोर कुमार, अमित कुमार, मनोज कुमार आदि ने ट्रेनों का बढ़ा किराया कम करने की मांग की।

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11 हजार वोल्ट का तार गिरने से दो भैंस मरी

संवाद सूत्र, बरियारपुर (मुंगेर) : थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव में 11 हजार वोल्ट के तार टूटकर गिरने से दो भैंस बिजली का करंट लगने से मर गई । रतनपुर दुर्गास्थान ठाकुरबाड़ी के समीप पोल के नीचे रतनपुर गांव के पशुपालक राजेश राय की भैंस नाद के समीप बंधी थी।11 हजार वोल्ट के तार के जर्जर तथा ढ़ीला रहन के कारण तार नीचे आ गया था। तार पर कौआ के बैठने के कारण दो तार आपस में सट गए थे। इसके बाद तार नीचे गिर गया। तार के भैंस पर ही गिरने से तत्काल भैंस की मौत हो गई। भैंस के मालिक राजेश राय ने बताया कि पशुपालन ही हमारे आजीविका का माध्यम है। भैंस के मर जाने के बाद हमारे परिवार के समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इधर, कनीय अभियंता सुजीत कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार को विभाग द्वारा मुआवजा दिया जाएगा। एक मवेशी के लिए अधिकतम 35 हजार रुपये की दर से मुआवजा दिया जाएगा।

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