Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Haveli Kharagpur: ठंड में गर्म पानी का आनंद लेने भीमबांध पहुंच रहे सैलानी, महाभारतकाल से है कुंड की मान्‍यता

ठंड बढ़ते ही मुंगेर के अलावा दूसरे जिलों से भी सैलानी गर्म कुंड का आनंद लेने हवेली खड़गपुर के भीम बांध पहुंचने लगे हैं। प्रकृति की गोद में घने जंगलों के बीच बसा भीम बांध सैलानियों के लिए पसंदीदा पिकनिक स्पाॅट बन जाता है।

By Rajnish KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Mon, 26 Dec 2022 03:28 PM (IST)
Hero Image
मुंगेर के अलावा दूसरे जिलों से सैलानी गर्म कुंड का आनंद लेने हवेली खड़गपुर के भीम बांध पहुंचने लगे हैं।

हवेली खड़गपुर (मुंगेर), जागरण टीम: ठंड बढ़ते ही मुंगेर के अलावा दूसरे जिलों से भी सैलानी गर्म कुंड का आनंद लेने हवेली खड़गपुर के भीम बांध पहुंचने लगे हैं। प्रकृति की गोद में घने जंगलों के बीच बसा भीम बांध सैलानियों के लिए पसंदीदा पिकनिक स्पाॅट बन जाता है।

यहां सैलानियों के पहुंचने का सिलसिला दिसंबर से शुरू होता है और फरवरी माह तक रहता है। कंपकंपाती ठंड में भीमबांध के गर्म पानी में स्नान करने का आनंद ही कुछ और है। लोगों के स्नान करने के लिए स्विमिंग पुल के समान तीन कुंड बनाए गए हैं। एक खंड पुरुष, एक खंड महिला व एक खंड बच्चों के लिए बनाया गया है। इसके अलावा कई लोग गर्म पानी की नदी में भी जाकर लुत्फ उठाते हैं।

महाभारत काल में भीमबांध में ठहरे थे पांडव

भीमबांध एक ऐतिहासिक स्थल भी है। महाभारत काल में अज्ञातवास के दौरान पांडव युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम, नकुल, सहदेव सभी भीमबांध के जंगल में कुछ दिन ठहरे थे। यहां पानी के तेज बहाव को रोकने के लिए बलशाली भीम ने अपने बल का प्रयोग कर पत्थर निर्मित एक बांध भी बनाया है जो अब भी है। किदवंतियों की मानें तो तब से इसका नाम भीम बांध पड़ गया है।

सवा लाख बाबा स्थान से भीम बांध की दूरी लगभग 10 किलोमीटर है। इस मार्ग पर पूर्व में लाल मिट्टी की धूल से लोग परेशान रहते थे। लेकिन अब इस मार्ग पर कालीकरण सड़क निर्माण हो जाने के बाद सैलानियों को यहां पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगता है। भीम बांध में बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला, घूमने वाला कुर्सी, लोगों को बैठने की समुचित व्यवस्था आदि साधन हैं।

कैसे पहुंचे:

निकटवर्ती एयरपोर्ट

देवघर 94 किलोमीटर

पटना 170 किलोमीटर

निकटवर्ती रेलवे स्टेशन 

जमुई 38 किलोमीटर

बरियारपुर 40 किलोमीटर

जमालपुर से 57 किलोमीटर

भागलपुर 78 किलोमीटर

नोट: सड़क मार्ग भी बेहतर है। आप देवघर से जमुई या बांका, पटना से मुंगेर और जमुई, भागलपुर से शाहकुंड, बरियारपुर रूट से निजी या सार्वजनिक वाहन से भीम बांध आसानी से पहुंच सकते हैं।

यह भी पढ़ें- बिहार में बनेगी माता सीता की सबसे ऊंची प्रतिमा, अशोक वाटिका से लाई जाएगी जल-मिट्टी, शक्तिपीठ बनाने की योजना

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें