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IAS नवीन कुमार मुंगेर के डीएम नहीं, टीचर बनकर पहुंचे स्कूल, ब्लैकबोर्ड पर चटपट साल्व किए गणित के सवाल

IAS नवीन कुमार बतौर डीएम मुंगेर में पदास्थापित हैं। लेकिन स्कूलों में पहुंचे नवीन कुमार डीएम नहीं बल्कि टीचर बनकर क्लास रूप में गए। ब्लैकबोर्ड पर चाक लेकर पढ़ाते दिखाई दिए। वहीं मौजूद टीचरों से भी सवाल जवाब किया।

By Haider AliEdited By: Shivam BajpaiUpdated: Wed, 30 Nov 2022 07:07 PM (IST)
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IAS नवीन कुमार टीचर की तरह पढ़ाते हुए।
संवाद सहयोगी, मुंगेर : IAS अधिकारी नवीन कुमार बुधवार को श्रीमतपुर पंचायत स्थित उर्दू प्राथमिक विद्यालय डीएम नहीं बल्कि एक शिक्षक बनकर पहुंचे। परिसर में मध्य और उच्च विद्यालय का भी संचालन होता है। जिलाधिकारी कक्षा पांच में गए। बच्चों के क्लास रूम में जाकर उनके मन की बात को जाना। बच्चों के बीच बैठ कर बातें की। डीएम ने मध्य विद्यालय के शिक्षक से ब्लैकबोर्ड पर गणित का फार्मूला सुलझाने को कहा। इस पर शिक्षक पूरी तरह झेंप गए। डीएम ने खुद चाक लेकर ब्लैकबोर्ड पर फार्मूला काे सुलझाया। यह देखकर वहां मौजूद शिक्षकों की बेचनी बढ़ गई। सभी को फटकार लगाई।

दरअसल, शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने का हर संभव प्रयास कर किया जा रहा है। लेकिन, शैक्षणिक स्तर का हाल किस तरह है। इसका ताजा उदाहरण देखने को मिला। डीएम ने मध्य विद्यालय बेनेगीर, उर्दू प्राथमिक विद्यालय चकासिम और उच्च माध्यमिक विद्याय श्रीमतपुर में शैक्षणिक व्यवस्था का जायजा लिया। बेनेगीर के प्राचार्य विजय कुमार यादव और उर्दू प्राथमिक विद्यालय चकासिम के प्राचार्य विजय कुमार और शिक्षक मु. सब्बीर का 10 दिनों का वेतन कटौती का निर्देश दिया। डीएम ने कहा दस दिन के बाद एक बार फिर से इन सभी की क्लास लगेगी। इसके बाद भी सुधार नहीं हुआ तो सभी को बर्खास्त करने का पत्र जारी किया जाएगा।

उर्दू प्राथमिक विद्यालय सलेमपुर पहुंचे, विद्यालय की जर्जर हालत को देखते हुए शिक्षा पदाधिकारी को रिर्पोट देने की बात कही। पंचायत में परिवार नियोजन के गिरते स्तर के बारे में डीएम ने कहा कि यहां परिवार नियोजन की संख्या कम है। श्रीमतपुर मुखिया प्रतिनिधि महफुज आलम ने 10 दिनों का समय मांगा।

आंगनबाड़ी और योजनाओं की ली जानकारी

डीएम पंचायत में सरकार की ओर से संचालित विभिन्न विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत से रूबरू हुए। सात निश्चय योजना के तहत पंचायत में कराए गए हर घर नल का जल, पक्की गली योजना, मनरेगा, पंचम वित, आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचकर शिक्षा की गुणवत्ता की जानकारी ली। डीडीसी संजय कुमार, सिविल सर्जन डा. पीएम सहाय, डीपीएम नसीम रजी, सीडीपीओ पूनम कुमारी, बीडीओ विकास कुमार को कई दिशा-निर्देश दिए।

फर्जी तरीके बनाई गई हाजिरी

वार्ड संख्या संख्या पहुंच कर महादलितों के लिए बने शुलभ शौचालय की जांच की। आंगनबाड़ी केद्र संख्या-186 पहुंच कर बच्चों की उपस्थिति की जांच की। यहां फर्जी तरीके से बच्चों की हाजरी बनाई गई थी। डीएम ने सीडीपीओ पूनम कुमारी को सेविका कौशल्या देवी से बच्चों के पोषणहार राशि की वापसी का कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

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