निशाने पर लगा तीर तो ऐसा कारनामा करने वाले चौथे सांसद होंगे Lalan Singh, मुंगेर सीट का ये है सियासी इतिहास
Bihar Politicsआजादी से लेकर 2019 तक मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में 17 बार संसदीय चुनाव हुए हैं। इनमें से तीन सांसद ही ऐसे हुए हैं जो जीत की हैट्रिक लगाने में सफल हो पाए हैं। वर्तमान सांसद ललन सिंह मुंगेर से चौथी बार किस्मत आजमा रहे हैं। तीन बार में एक बार 2014 में इन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
रजनीश कुमार, मुंगेर। 1952 से 2019 तक मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में 17 बार संसदीय चुनाव हुए हैं। इनमें से तीन-तीन बार बनारसी प्रसाद सिंह, डीपी यादव और ब्रह्मानंद मंडल को जनता ने दिल्ली भेजा है। इसके बाद कोई भी प्रत्याशी तीन बार चुनाव नहीं जीत सके हैं।
वर्तमान सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से चौथी बार किस्मत आजमा रहे हैं। तीन बार में एक बार 2014 में इन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत मिली थी।
2024 के चुनाव में ललन सिंह एक बार फिर से एनएडी के घटक दल जदयू पार्टी से मैदान में है। इनके मुकाबले महागठबंधन से अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता मैदान में है। दोनों के बीच मुकाबला कांटे का है।
इस बार जदयू का तीर निशाने पर बैठा तो ललन सिंह तीसरी बार जीत दर्ज कर बनारसी प्रसाद, डीपी यादव और ब्रह्मानंद मंडल की श्रेणी में आ जाएंगे।
एनडीए का रहा है दबदबा
2008 में नए परिसीमन के बाद मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति में काफी बदलाव हुआ। पहले मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मुंगेर, जमुई व लखीसराय जिले का सूर्यगढ़ा विधानसभा क्षेत्र शामिल था।नए परिसीमन में मुंगेर लोकसभा में मुंगेर जिले का मुंगेर व जमालपुर, लखीसराय जिले का सूर्यगढ़ा व लखीसराय तथा पटना जिले के मोकामा व बाढ़ को शामिल किया गया।अब चुनाव परिणाम क्या होगा, इसका फैसला तो मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की जनता 13 मई को वोट के माध्यम से करेगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।जनता के हाथ में फैसला
2009 में नए परिसीमन के अधार पर चुनाव हुआ, इसमें एनडीए की जीत हुई है। 15 वर्षों से मुंगेर सीट पर एनडीए का दबदबा है। परिसीमन से पहले मुंगेर लोकसभा सीट से छह बार कांग्रेस, दो बार राजद, एक बार भाकपा, एक बार समता, एक बार जनता दल, एक बार सोशलिस्ट, एक बार लोक दल के प्रत्याशी विजयी हुए हैं। परिसीमन बदलने के बाद 2009 से 2019 तक इस सीट पर एनडीए का झंडा बुलंद रहा है। भौगोलिक रूप से देखें तो मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत छह विधानसभा में पांच पर एनडीए का दबदबा है।मुंगेर विस से भाजपा के प्रणव कुमार, लखीसराय से भाजपा के विजय कुमार सिन्हा तथा बाढ़ से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विधायक हैं।इसके अलावा मोकामा की वर्तमान राजद विधायक नीलम देवी तथा सूर्यगढ़ा से राजद विधायक प्रह्लाद यादव का भी एनडीए का समर्थन है। सभी क्षेत्र में वोट भी मांग रहे हैं। पांचों विधायक इस बार एनडीए के प्लेटफार्म पर है। इस बार मुंगेर की पिच किस प्रत्याशी की जीत होगी यह तो चार जून का मतगणना का परिणाम बताएगा।मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से कब कौन रहे सांसद
- 1952: बनारसी प्रसाद सिंह (कांग्रेस)
- 1957: बनारसी प्रसाद सिंह (कांग्रेस)
- 1962: बनारसी प्रसाद सिंह (कांग्रेस)
- 1967: मधु लिमये (सोशलिस्ट)
- 1972: डीपी यादव (कांग्रेस)
- 1977: कृष्णा सिंह (लोकदल)
- 1980: डीपी यादव (कांग्रेस)
- 1984: डीपी यादव (कांग्रेस)
- 1989: धनराज सिंह (जनता दल)
- 1991: ब्रह्मानंद मंडल (भाकपा)
- 1996: ब्रह्मानंद मंडल (समता पार्टी)
- 1998: विजय कुमार विजय (राजद)
- 1999: ब्रह्मानंद मंडल (समता पार्टी)
- 2004: जयप्रकाश नारायण यादव (राजद)
- 2009: राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह (जदयू)
- 2014: वीणा देवी (लोजपा पार्टी)
- 2019: राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (जदयू)