Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Politics: यहां आजादी के बाद सिर्फ 1 बार ही खिला कमल, 2020 में BJP के इस दिग्गज नेता मिली सफलता

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 04:40 PM (IST)

    मुंगेर विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास विविधतापूर्ण रहा है। 17 चुनावों में कांग्रेस और सोशलिस्ट दलों का प्रभुत्व रहा। 1969 में जनसंघ के रविश चंद्र वर्मा की जीत ऐतिहासिक थी। 1977 में जनसंघ के जनता पार्टी में विलय के बाद 1980 में भाजपा बनी लेकिन 2015 तक उसे सफलता नहीं मिली। 2020 में भाजपा ने पहली बार इस सीट पर जीत हासिल की।

    Hero Image
    मुंगेर में आजादी के बाद सिर्फ 1 बार ही खिला कमल

    रजनीश, मुंगेर। मुंगेर विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। आजादी के बाद से यहां कुल 17 बार चुनाव हुए, लेकिन भाजपा को अब तक सिर्फ एक बार 2020 में सफलता मिली है। हालांकि, इसके पहले भारतीय जनसंघ को एक बार सफलता अवश्य मिली थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस रूप में 1969 का चुनाव ऐतिहासिक रहा, जब जनसंघ के रविश चंद्र वर्मा जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे। उस दौर में कांग्रेस और सोशलिस्ट दलों का वर्चस्व था, फिर भी जनसंघ की यह सफलता महत्वपूर्ण मानी गई।

    1977 में जनसंघ के जनता पार्टी में विलय होने के तीन वर्ष बाद 1980 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने चुनाव चिह्न कमल छाप के साथ अस्तित्व में आई। तब से 2015 तक यह मुंगेर सीट पर अपना खाता भी नहीं खोल सकी।

    इन वर्षों में भाजपा ने कई प्रयास किए। 1995 में पार्टी ने प्रो. अजफर शमसी को प्रत्याशी बनाया, मगर वे जनता दल के मोनाजिर हसन से लगभग पांच हजार वोटों से हार गए। 2015 में भाजपा ने प्रणव कुमार को पहली बार टिकट दिया, लेकिन उन्हें राजद प्रत्याशी विजय कुमार विजय ने पराजित कर दिया।

    उस समय राजद-जदयू गठबंधन ने मजबूत चुनावी समीकरण बनाया था। 2009 का उपचुनाव इस क्षेत्र की राजनीति में खास मोड़ साबित हुआ। जदयू विधायक मोनाजिर हसन सांसद बनने के कारण इस्तीफा दे चुके थे। उपचुनाव में राजद ने भाजपा से बगावत कर चुके विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता को उम्मीदवार बनाया।

    उन्हें वैश्य समाज और भाजपा समर्थक वोटरों का परोक्ष समर्थन मिला और वे जीत गए। यह जीत राजद की रही, लेकिन संकेत भाजपा के लिए सकारात्मक थे। अंततः 2020 का चुनाव भाजपा लिए निर्णायक रहा। प्र

    णव कुमार को दोबारा उम्मीदवार बनाया गया और उन्होंने कड़े मुकाबले में राजद के अविनाश कुमार विद्यार्थी को 1244 मतों से हराकर भाजपा को पहली बार मुंगेर से विधानसभा में प्रतिनिधित्व दिलाया। इस जीत ने भाजपा की दशकों पुरानी कोशिशों को मुकाम तक पहुंचाया।

    2020 विधानसभा चुनाव परिणाम

    • प्रणव कुमार, भाजपा- 75573 वोट
    • अविनाश कुमार विद्यार्थी, राजद - 74329 वोट
    • मतों का अंतर- 1244

    कब कौन विधायक रहे?

    वर्ष नाम पार्टी
    1957 निम्रद मुखर्जी कांग्रेस
    1962 रामगोविंद वर्मा कांग्रेस
    1967 हासिम सोशलिस्ट पार्टी
    1969 रवीश चंद्र वर्मा भारतीय जनसंघ
    1972 प्रफुल्ल कुमार मिश्रा कांग्रेस
    1977 सैयद जाबिर हुसैन जनता पार्टी
    1980 रामदेव सिंह यादव जनता पार्टी से.
    1985 रामदेव सिंह यादव लोकदल
    1990 रामदेव सिंह यादव जनता दल
    1995 मोनाजिर हसन जनता दल
    2000 मोनाजिर हसन राजद
    2005 मोनाजिर हसन जदयू
    2005 मोनाजिर हसन जदयू
    2009 विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता राजद (उपचुनाव)
    2010 अनंत कुमार सत्यार्थी जदयू
    2015 विजय कुमार यादव राजद
    2020 प्रणव कुमार यादव भाजपा

    यह भी पढ़ें- Bihar Politics: '...तो देश का सबसे बड़ा डांसर PM बन जाता', BJP के पार्टनर कुशवाहा ने छेड़ दिया अलग राग

    यह भी पढ़ें- 3 बार के MLA, मंत्री और MLC रहे दिग्गज नेता ने दिया Nitish Kumar को झटका; चुनाव से पहले थामा PK का दामन