Munger Khagaria Rail Line: डबल होगी मुंगेर-खगड़िया रेल लाइन, योजना पर खर्च होंगे 1890 करोड़ रुपये
Munger Khagaria Rail Line जमालपुर से मुंगेर और खगड़िया दिशा से उमेश नगर तक लाइन को डबल किया जाएगा। दोहरीकरण रेल लाइन उमेश नगर के पास बरौनी-कटिहार रेलखंड से जुड़ेगी। साथ ही रतनपुर से मुंगेर जाने वाली सात किलोमीटर लंबी बायपास रेल लाइन भी डबल किए जाने की तैयारी है। इसके बनने से मुंगेर व भागलपुर के बीच रेल यातायात में सुविधा होगी।
जागरण संवाददाता, मुंगेर। जमालपुर-खगड़िया (उमेश नगर) तक 14 किमी रेल लाइन को दोहरीकरण होना है। सिंगल रेल लाइन को डबल करने की तैयारी में अब रेलवे पूरी तरह से जुट गया है। रेलवे ने लगभग 14 किलोमीटर लंबी रेल लाइन निर्माण के लिए हरी झंडी दे दी है। 14 किलोमीटर रेल लाइन में मुंगेर में गंगा रेल पुल भी है। रेलवे बोर्ड को 1890 करोड़ खर्च होने का डीपीआर भेजा गया है।
रेलवे के अनुसार, जमालपुर से मुंगेर और खगड़िया दिशा से उमेश नगर तक लाइन को डबल किया जाएगा। दोहरीकरण रेल लाइन उमेश नगर के पास बरौनी-कटिहार रेलखंड से जुड़ेगी। साथ ही रतनपुर से मुंगेर जाने वाली सात किलोमीटर लंबी बायपास रेल लाइन भी डबल किए जाने की तैयारी है। इसके बनने से मुंगेर व भागलपुर के बीच रेल यातायात में सुविधा होगी।
जमालपुर-खगड़िया रेल सेक्शन के दोहरीकरण से न सिर्फ कनेक्टिविटी बढ़ेगी बल्कि रेलवे को बेहतर विकल्प मिलेगा। अभी जमालपुर-खगड़िया मार्ग पर उमेश नगर के बाद सिंगल रेलवे ट्रैक है। इस रेल सेक्शन पर मालगड़ियों का परिचालन ज्यादा होता है।
सिंगल लाइन की वजह से ट्रेनों और मालगाड़ियों को स्टेशनों पर रोक दिया जाता है। डबल लाइन बनने से इससे निजात मिलेगी। रेलवे बेहतर प्लानिंग के तहत इस रेल सेक्शन को दोहरीकरण करने की कवायद शुरू की गई है।
बता दें कि दोहरीकण की स्वीकृति आम बजट में मिली थी। सर्वे के लिए बजट में 50 करोड़ की राशि भी आवंटित हुई थी। सर्वे के बाद रेल लाइन बिछाने के लिए डीपीआर भेजा गया था। डिप्टी चीफ इंजीनियर कंस्ट्रक्शन हेमंत कुमार ने बताया कि जमालपुर-खगड़िया रेल लाइन दोहरीकरण के बाद बायपास को भी डबल किया जाएगा। इस पर 1890 करोड़ खर्च होंगे।
खगड़िया-बेगूसराय के लिए पांच-पांच ट्रेनें
जमालपुर और मुंगेर स्टेशन से खगड़िया, सहरसा और बेगूसराय के लिए पांच-पांच ट्रेनें अप और डाउन में हर दिन हैं। एक एक्सप्रेस ट्रेन जयनगर के मुंगेर स्टेशन से गुजरती है। इसके अलावा अगरतला और गांधीधाम से एक-एक साप्ताहिक ट्रेनों का ठहराव भी स्टेशन पर है।
यात्रियों के अनुपात में पैसेंजर ट्रेनों में कोचों की संख्या कम है। कोसी-सीमांचल, मिथिलांचल और उत्तरी बिहार को जोड़ने वाला मुंगेर स्टेशन जल्द ही नए स्वरूप में दिखेगा। अमृत भारत योजना से स्टेशन को संवारा जा रहा है। इस स्टेशन का लुक मुंगेर किला की तरह दिया जा रहा है। स्टेशन का मुख्य द्वार किला की तरह होगा।
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