एआरटी वैन के लिए अलग ट्रैक, दुर्घटना होने पर तुरंत पहुंचेगी राहत टीम
मुंगेर : किऊल, खगड़िया, भागलपुर, बांका और साहिबगंज रेल सेक्शन पर अक्सर रेल हादसे होते
मुंगेर : किऊल, खगड़िया, भागलपुर, बांका और साहिबगंज रेल सेक्शन पर अक्सर रेल हादसे होते हैं। इसकी वजह से जमालपुर से एआरटी (रिलीफ और मेडिकल वैन) के विलंब से घटनास्थल पर पहुंचने की बातें सामने आती है। लेकिन, अब एआरटी वैन को पहुंचने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। बस सिग्नल मिलते ही सायरन बजाते पहुंच जाएगी। क्योंकि रेलवे ने एआरटी वैन के रखरखाव के लिए नई लाइन बनाया है। नई लाइन अप और डाउन मार्ग से जुड़े हैं। हादसे के बाद किसी भी लाइन पर जाने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी होगी। जिस लाइन से श्रमिक ट्रेनों का परिचालन होता था। वह लाइन अभी बंद था। इस लाइन को इस्तेमाल करने के लिए रेलवे ने नया तरीका अपनाया है। पीट लाइन के पास लगने वाली एआरटी वैन का नई लाइन पर रखरखाव का निर्णय लिया है।
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नई लाइन से यह होगा फायदा
नई लाइन से एआरटी वैन के परिचालन से न सिर्फ समय का फायदा होगा बल्कि गाड़ी को आगे-पीछे करने का झंझट नहीं रहेगा । अगर किऊल की तरफ ट्रेन पटरी से उतरी है या फिर भागलपुर रेल सेक्शन की ओर हादसे होते हैं तो वैन खुल जाएगी । 200 मीटर के बने लाइन को अप और डाउन दिशा की मेन लाइन से जोड़ा गया है।
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सुपर एक्सप्रेस भी प्लेटफॉर्म पर नहीं फंसेगी
नई लाइन के बनने से जमालपुर से हावड़ा के बीच चलने वाली सुपर एक्सप्रेस के रख रखाव में सहूलियत होगी । अभी हावड़ा से आने के बाद पीट लाइन जाने के लिए सुपर एक्सप्रेस को काफी देर तक प्लेटफॉर्म पर खड़ा रहना पड़ता था । इस वजह से प्लेटफॉर्म भी खाली नहीं रहता था। इससे डाउन लाइन की गाड़ियां प्रभावित होती थी । लेकिन नई लाइन बनने के बाद सुपर भी प्लेटफॉर्म पर ज्यादा देर तक नहीं खड़ी रहेगी । इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।