तत्काल टिकट में दिखी उम्मीद, पर इसे पाने के लिए भी यात्री कर रहे तपस्या; 12-13 घंटे इंतजार के बाद भी हाथ लग रही निराशा
Bihar Train छठ महापर्व से समापन के बाद सभी अपने काम पर वापस लौट रहे हैं। कई लोगों की टिकटें कंफर्म नहीं हो पाई हैं। ऐसे में तत्काल ही उनका सहारा है। हालांकि इसके लिए भी तपस्या करनी पड़ रही है। 12 से 13 घंटे इंतजार के बाद भी सभी को कंफर्म टिकटें नहीं मिल पा रही हैं। रोजगार पर जाने वालों की मुश्किलें बढ़ गई है।
संवाद सहयोगी, जमालपुर (मुंगेर)। ट्रेनों में कंफर्म टिकटें नहीं मिलने से छठ के बाद वापस अपने रोजगार पर जाने वालों की मुश्किलें बढ़ गई है। जमालपुर के रास्ते हावडा़, दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जाने वाली ट्रेनों की किसी भी क्लास में सीट (बर्थ) खाली नहीं है।
रेल यात्रियों को कंफर्म टिकट नहीं मिल रही है। ऐसे में यात्रियों के समक्ष तत्काल टिकट लेकर सफर करना ही एकमात्र विकल्प है, लेकिन इसे पाना भी किसी तपस्या से कम नहीं है। यात्रियों को तत्काल में कंफर्म टिकट कटाने के लिए 12 से 13 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है।
कंफर्म तत्काल टिकट के लिए घंटों का इंतजार
ऐसे में यात्रियों की परेशानी दुगनी हो गई है। रात आठ बजे से ही सुबह के 10-11 बजे तक आरक्षण काउंटर के पास नंबर लगाकर खड़ा रहने को मजबूर है। इसके बाद भी कई यात्रियों को टिकटें कंफर्म नहीं मिलने से निराशा ही हाथ लग रही है।
जमालपुर से दिल्ली का सफर तय करने में विक्रमशिला एक्सप्रेस से 17 घंटे का समय लगता है, पर यहां कंफर्म तत्काल टिकट के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
तत्काल ही है सहारा
दरअसल, जमालपुर जंक्शन होकर दिल्ली के लिए आठ ट्रेनें हैं। इसी तरह हावड़ा के लिए चार ट्रेनें है। मुंबई के लिए सप्ताह में पांच दिन ही ट्रेन है। सभी ट्रेनों में कंफर्म टिकट नहीं है। किसी भी लंबी दूरी की ट्रेनों में टिकटों की स्थिति वेटिंग है। ऐसे में लोगों को जाने के लिए तत्काल ही सहारा है।
एसी श्रेणी में सफर करने के लिए तत्काल की टिकटें ट्रेन के खुलने से एक दिन पहले सुबह 10 बजे से और स्लीपर क्लास में सुबह 11 बजे से कटती है। यात्री टिकट कटने के एक दिन पहले ही आरक्षण काउंटर पर पहुंच रहे हैं। नंबर भी लगा रहे हैं, लेकिन सभी यात्रियों को टिकटें नहीं मिल रही है।
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