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Bihar: मुंगेर में दो सगे भाइयों की संदेहास्‍पद मौत, एक साथ निकली दोनों की अर्थी; पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार

मुंगेर तारापुर प्रखंड स्थित नवटोलिया निवासी अजय यादव के दोनों पुत्र सौरभ कुमार (15) और दीपक कुमार (12) की मौत संदेहास्पद स्थिति में सोमवार को हो गई। घटना के पीछे सर्पदंश की आशंका बताई जा रही है लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दोनों भाई की मौत की वजह क्या है। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा। मंगलवार को दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

By Rajnish KumarEdited By: Prateek JainUpdated: Tue, 08 Aug 2023 09:53 PM (IST)
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नवटोलिया स्थित घर के बाहर मोहल्ले वालों की भीड़

संवाद सहयोगी, तारापुर (मुंगेर): तारापुर प्रखंड स्थित नवटोलिया निवासी अजय यादव के दोनों पुत्र सौरभ कुमार (15) और दीपक कुमार (12) की मौत संदेहास्पद स्थिति में सोमवार को हो गई।

घटना के पीछे सर्पदंश की आशंका बताई जा रही है, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। दोनों भाई की मौत की वजह क्या है। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा।

मंगलवार को दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट आने के बाद भी पूरे मामले का पर्दाफाश हो सकेगा। नवटोलिया स्थित घर से एक साथ दोनों भाइयों की अर्थी उठी।

माता-पिता और घरवालों ने दोनों को लेकर कई सपने संजोकर रखे थे। दोनों की कभी घर से बरात निकलती, लेकिन मंगलवार को दोनों का अंतिम संस्कार करना पड़ा। नवटोलिया में सन्नाटा पसरा हुआ है। पूरा माहौल गमगीन रहा।

थानाध्यक्ष राजेश कुमार रंजन ने बताया कि दोनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेजा गया था।

घर से लेकर मोहल्ले के लोग मायूस

एक साथ दो बच्चे की मौत पर पूरे नवटोलिया मोहल्ले में सन्नाटा पसरा रहा। घर वाले से लेकर सभी के चेहरे मायूस दिखे। सुबह से ही घर के बाहर भीड़ रही।

किसी को सहज विश्वास नहीं हो रहा है कि आखिर किस जहरीले कीड़ा ने काटा, जिससे दोनों की मौत हो गई। मां, पिता और दोनों भाई दहाड़ मार कर विलाप करते रहे। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने दोनों को ढांढस बंधवाया।

एक साथ चार भाई सोए थे

पिता अजय यादव ने बताया कि चारों भाई रविवार की रात एक साथ सोए थे। सोमवार की सुबह छोटा बेटे ने कहा कि उसे कुछ ने काट लिया है। पिता बेटे को लेकर झाड़-फूंक करने वालों के पास ले गए। बेटे के मुंह से सफेद झाग निकल रहा था।

ओझा ने बताया कि किसी सांप ने नहीं काटा है। यहां से फिर तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल ले गए। चिकित्सक वहां ऊपर-नीचे कराते रहे। चिकित्सक कुछ देर बाद भागलपुर रेफर कर दिया।

इस बीच बड़े बेटे सौरभ ने भी शरीर और गर्दन में ऐंठन की शिकायत की। दोनों को इलाज के लिए भागलपुर ले जाने लगे, जहां रास्ते में ही बड़े पुत्र सौरभ की मौत हो गई। छोटे बेटे दीपक की मौत इलाज के क्रम में हो गई।