बिहार में अपहृत कारोबारी की हत्या कर शव फेंका, डेढ़ करोड़ की मांगी थी फिरौती
दो दिनों से लापता मुजफ्फरपुर के हार्डवेयर व्यवसायी की हत्या कर दी गई है। परिजनों ने उनके अपहरण और फिरौती के लिए डेढ़ करोड़ रुपये मांगे जाने की बात कही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
By Kajal KumariEdited By: Updated: Tue, 02 Oct 2018 11:36 PM (IST)
मुजफ्फरपुर [जेएनएन]। पूर्व मेयर समीर कुमार व उनके चालक की हत्या की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं थी कि करजा थाना क्षेत्र से अपहृत हार्डवेयर कारोबारी जयप्रकाश नारायण (39) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वे पिछले दो दिनों से लापता थे। करजा में ही उनकी हार्डवेयर की दुकान है। उनके सिर व सीने पर गोली मारी गई है। अपहर्ताओं द्वारा डेढ़ करोड़ की फिरौती मांगे जाने की चर्चा है।
मंगलवार की शाम चार बजे पोखरैरा के समीप सड़क किनारे शव मिला। इसकी सूचना मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने सड़क जाम कर दिया। पुलिस के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुआ। तनाव को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
बताया गया कि दो दिनों से पता नहीं चलने पर कारोबारी के पिता करजा खलीलपुर निवासी रामपुकार भगत ने मंगलवार की सुबह थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो शाम चार बजे उनका शव मिला।
जमीन देखने की बात बोलकर निकले थे घर से
रविवार की सुबह साढ़े आठ बजे जयप्रकाश के मोबाइल पर किसी का फोन आया था। कहा गया कि जमीन की बात पक्की कर लीजिए। घर पर पत्नी को बोलकर निकले कि अख्यिारपुर के समीप जमीन देखने जा रहे। घर से वे बुलेट से निकले थे। कुछ समय बाद पत्नी से मोबाइल पर बात हुई तो मशीन खरीदने पटना जाने व शाम तक लौटने की बात बताई।
जब शाम तक घर नहीं लौटे तो पत्नी ने उनके मोबाइल पर फोन किया। कहा गया कि आने में लेट होगा, सुबह अपनी दुकान पर ही आ जाएंगे। दूसरे दिन सुबह में जयप्रकाश के छोटे भाई ओमप्रकाश ने कॉल की तो जवाब मिला कि दुकान के स्टाफ संजय राय या कौशल राय से चेक बुक व मुहर भगवानपुर भेजिए। इसके बाद करीब 12 बजे स्टाफ संजय को चेक बुक व मुहर लेकर भगवानपुर भेजा गया।
भामाशाह द्वार के पास पल्सर सवार ने ली चेकबुक
जयप्रकाश ने संजय को कॉल कर कहा कि भगवानपुर में भामाशाह द्वार के समीप ब्लू रंग की पल्सर बाइक से क्रीम कलर की शर्ट पहने 20 वर्ष का लड़का जाएगा, उसे चेकबुक व मुहर दे देना। पल्सर सवार उक्त लड़का स्टाफ से चेकबुक व मुहर लेकर भगवानपुर चौक की तरफ चला गया। स्टाफ से बोला कि यहीं रुको हम फिर आ रहे। 40 मिनट बाद वह लड़का कपड़ा बदलकर व सिर पर टोपी पहने आया। उससे चेक व मुहर लेकर स्टाफ करजा स्थित दुकान पर चला गया।
डेढ़ करोड़ का काटा गया था चेक
बताया गया कि 50-50 लाख के दो व 25-25 लाख के दो यानी चार चेक पर डेढ़ करोड़ की राशि लिखकर जयप्रकाश ने साइन किया था। इसे लेकर उनके पिता भुगतान के लिए बैंक गए। बैंक मैनेजर ने कहा कि इतनी बड़ी रकम मेरे पास नहीं है। बैंक का लिमिट 10 लाख रुपये तक ही है।
खाते में निकले 44 हजार रुपये
खाते की जांच कराई गई तो पता चला कि 44 हजार रुपये ही उनके एकाउंट में थे। इसके बाद जयप्रकाश के पिता को संदेह होने लगा। उन्होंने कॉल कर पूछा कि आपने चेक क्यों काटा। जयप्रकाश ने जवाब दिया कि आप बबलू भैया को बुला लीजिए। इसके बाद जब जयप्रकाश को कॉल की गई तो बोला कि दो-तीन घंटे में आ रहे। परिजन इस घटना को लेकर चिंतित हो गए और परिचितों को बताया। सोमवार की शाम में जब पुन: उनके मोबाइल पर कॉल कर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल बंद बताने लगा।
पुलिस का रटा-रटाया जवाब: कारवाई जारी है
मुजफ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि हत्या की बात सामने आई है। परिजनों से पूछताछ कर कारणों का पता लगाया जा रहा। अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम कार्रवाई कर रही है।
मंगलवार की शाम चार बजे पोखरैरा के समीप सड़क किनारे शव मिला। इसकी सूचना मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए। लोगों ने सड़क जाम कर दिया। पुलिस के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुआ। तनाव को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
बताया गया कि दो दिनों से पता नहीं चलने पर कारोबारी के पिता करजा खलीलपुर निवासी रामपुकार भगत ने मंगलवार की सुबह थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो शाम चार बजे उनका शव मिला।
जमीन देखने की बात बोलकर निकले थे घर से
रविवार की सुबह साढ़े आठ बजे जयप्रकाश के मोबाइल पर किसी का फोन आया था। कहा गया कि जमीन की बात पक्की कर लीजिए। घर पर पत्नी को बोलकर निकले कि अख्यिारपुर के समीप जमीन देखने जा रहे। घर से वे बुलेट से निकले थे। कुछ समय बाद पत्नी से मोबाइल पर बात हुई तो मशीन खरीदने पटना जाने व शाम तक लौटने की बात बताई।
जब शाम तक घर नहीं लौटे तो पत्नी ने उनके मोबाइल पर फोन किया। कहा गया कि आने में लेट होगा, सुबह अपनी दुकान पर ही आ जाएंगे। दूसरे दिन सुबह में जयप्रकाश के छोटे भाई ओमप्रकाश ने कॉल की तो जवाब मिला कि दुकान के स्टाफ संजय राय या कौशल राय से चेक बुक व मुहर भगवानपुर भेजिए। इसके बाद करीब 12 बजे स्टाफ संजय को चेक बुक व मुहर लेकर भगवानपुर भेजा गया।
भामाशाह द्वार के पास पल्सर सवार ने ली चेकबुक
जयप्रकाश ने संजय को कॉल कर कहा कि भगवानपुर में भामाशाह द्वार के समीप ब्लू रंग की पल्सर बाइक से क्रीम कलर की शर्ट पहने 20 वर्ष का लड़का जाएगा, उसे चेकबुक व मुहर दे देना। पल्सर सवार उक्त लड़का स्टाफ से चेकबुक व मुहर लेकर भगवानपुर चौक की तरफ चला गया। स्टाफ से बोला कि यहीं रुको हम फिर आ रहे। 40 मिनट बाद वह लड़का कपड़ा बदलकर व सिर पर टोपी पहने आया। उससे चेक व मुहर लेकर स्टाफ करजा स्थित दुकान पर चला गया।
डेढ़ करोड़ का काटा गया था चेक
बताया गया कि 50-50 लाख के दो व 25-25 लाख के दो यानी चार चेक पर डेढ़ करोड़ की राशि लिखकर जयप्रकाश ने साइन किया था। इसे लेकर उनके पिता भुगतान के लिए बैंक गए। बैंक मैनेजर ने कहा कि इतनी बड़ी रकम मेरे पास नहीं है। बैंक का लिमिट 10 लाख रुपये तक ही है।
खाते में निकले 44 हजार रुपये
खाते की जांच कराई गई तो पता चला कि 44 हजार रुपये ही उनके एकाउंट में थे। इसके बाद जयप्रकाश के पिता को संदेह होने लगा। उन्होंने कॉल कर पूछा कि आपने चेक क्यों काटा। जयप्रकाश ने जवाब दिया कि आप बबलू भैया को बुला लीजिए। इसके बाद जब जयप्रकाश को कॉल की गई तो बोला कि दो-तीन घंटे में आ रहे। परिजन इस घटना को लेकर चिंतित हो गए और परिचितों को बताया। सोमवार की शाम में जब पुन: उनके मोबाइल पर कॉल कर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल बंद बताने लगा।
पुलिस का रटा-रटाया जवाब: कारवाई जारी है
मुजफ्फरपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि हत्या की बात सामने आई है। परिजनों से पूछताछ कर कारणों का पता लगाया जा रहा। अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम कार्रवाई कर रही है।
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