बिना वीजा घूम रहे अफगानिस्तानी युवक ने खोली सिस्टम की पोल, नोएडा से बिहार का लगाता रहा चक्कर; नहीं लगी भनक
बिना वीजा घूम रहे अफगानिस्तानी युवक ने सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है। बताया जा रहा है कि युवक का वीजा एक साल पहले खत्म हो गया था। इसके बावजूद देश में वह अवैध रूप से रह रहा था। उसे होमगार्ड संघ के प्रदेश अध्यक्ष के बेटे से संरक्षण दिया था। पुलिस के साथ उलझने के बाद युवक की असलियत सामने आई।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी अफगानिस्तान का युवक एक साल से देश में अवैध रूप से रह रहा था। इस बीच वह नोएडा से मुजफ्फरपुर कई बार आता-जाता रहा, लेकिन पुलिस को इसका पता नहीं चल पाया।
नियम है कि जब भी कोई विदेशी नागरिक भारत में आता है तो उसे संबंधित थाने को सूचना देनी है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। वहीं, होमगार्ड संघ के प्रदेश अध्यक्ष अरुण कुमार ठाकुर का पुत्र हर्षित आनंद नियम का उल्लंघन कर अफगानिस्तानी युवक को संरक्षण दे रहा था।
जांच में पता चला कि वह उसके घर पर ही रह रहा था। तुर्की थाना क्षेत्र में कांवरिया के साथ अभद्र व्यवहार कर हंगामा करने के बाद यह मामला सामने आया था। अगर हंगामा नहीं होता तो यह मामला पकड़ में नहीं आता। पूरे प्रकरण ने नोएडा से लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस की खुफिया तंत्र की पोल खोलकर रख दी है।
पुलिस के साथ उलझ गए थे सभी
विदित हो कि रविवार की रात मधौल में कांवरियों के साथ अभद्र व्यवहार करते नशे में धुत होमगार्ड संघ के प्रदेश अध्यक्ष के पुत्र समेत इन चार युवकों को पकड़ा गया था। ये सभी पुलिस से उलझ गए थे।
प्राथमिकी में बीबीगंज निवासी अरुण ठाकुर का पुत्र हर्षित आनंद, दरभंगा जिले के छोटी महुली के रौशन कुमार, दरभंगा सकरी मोड़ के उस्मान खां और अफगानिस्तान के मैमना फरयाब निवासी स्माइल रहीमी को आरोपित किया गया था। पूछताछ में पता चला कि स्माइल रहीमी वीजा पर नोएडा में पढ़ाई कर रहा था।
इस दौरान, उसकी पहचान हर्षित आनंद से हुई। पूरे मामले में आइबी व राज्य खुफिया की टीम ने जांच की। इसके बाद मुख्यालय को रिपोर्ट भेज दी।
2023 में ही वीजा अवधि हो चुका था समाप्त
पुलिस का कहना है कि 31 मई 2023 को ही उसका वीजा समाप्त हो चुका था। इसके बाद उसके द्वारा करीब एक साल बाद 21 मई 2024 को वीजा विस्तार के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया। इस बीच करीब एक साल तक वह बिना वीजा के नोएडा से मुजफ्फरपुर का चक्कर लगाता रहा।
एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अफगानिस्तानी नागरिक समेत चार आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि आगे की जांच के क्रम में सारी बातें सामने आएगी। किस तरह से एक साल से वह बिना वीजा के यहां रह रहा था। कौन उसे संरक्षण दे रहा था। इन सभी बिंदुओं पर जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।