दीपावली के बाद शहर का प्रदूषण स्तर फिर बढ़ने लगा है। सोमवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 313 तक पहुंच गया जो रेड जोन में आता है। इससे बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। प्रदूषण के बढ़ने का कारण हवा नहीं चलना और धूलकण की मात्रा में वृद्धि है। चिकित्सक लोगों को मास्क लगाकर निकलने की सलाह दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। दीपावली के बाद एक दिन की राहत के बाद अब फिर शहर का प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। सोमवार को यह बढ़कर रेड जोन में पहुंच गया। एक्यूआई 313 तक पहुंचने से चिंताजनक स्थिति पैदा हो गई है। एक दिन पहले वायु की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंची थी।
घटने के बजाए इसमें बढ़ोतरी हो रही है। इसका बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर पड़ेगा। शहर के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का स्तर अलग-अलग रिकॉर्ड किया गया। हवा नहीं चलने के कारण धूलकण की मात्रा में बढ़ोतरी होने से प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।
लोगों को हो सकती है सांस लेने की बीमारी
बीएसपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, जिला स्कूल इलाके में सोमवार को एक्यूआई 313 रिकॉर्ड किया गया। इसमें पीएम 2.5 की मात्रा 313, पीएम 10 की मात्रा 206, कार्बन मोनोआक्साइड 44 और एनओ 2 की मात्रा 29 रिकॉर्ड की गई है। 300 से 400 की श्रेणी में एक्यूआई का स्तर होने पर इसे खराब श्रेणी में माना जाता है।
लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने पर अधिकांश लोगों में सांस लेने की बीमारी हो सकती है। ऐसे में चिकित्सक शहर में निकलने वाले लोगों को अपने नाक पर मास्क लगाकर निकलने की सलाह देते हैं। दूसरी ओर समाहरणालय इलाके का एक्यूआई 104 रिकॉर्ड किया गया है।
दूसरी ओर, बीएसपीसीबी की ओर से दिए जा रहे ऑनलाइन आंकड़ों के अनुसार एमआइटी में लगाए गए स्टेशन से पूरा आंकड़ा जारी नहीं हो रहा है। इस कारण आनलाइन विवरण प्रदर्शित नहीं हो रहा है।
सुबह में देर से हो रही धूप
मौैसम के मिजाज में तेजी से बदलाव हो रहा है। सुबह में बादल छा रहे हैं। वहीं देर से धूप हो रही है। ग्रामीण इलाकों में कोहरा लगना शुरू हो गया है। मौसम विभाग की माने तो अभी दो से तीन दिनों तक ऐसी स्थिति बनी रहेगी।वरीय मौसम विज्ञानी डॉ. ए.सत्तार ने बताया कि पुरवा हवा चलने के कारण ऐसी स्थिति बनी हुई है। वहीं रात के तापमान में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
वायु प्रदूषण को नियंत्रित करेगा एंटी स्मोग गन
बढ़ते वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सोमवार को महापौर विभा कुमारी की अध्यक्षता में नगर निगम परिसर से एक एंटी स्मोग गन वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। एंटी स्मोग गन हवा की गुणवत्ता को सुधारने और पर्यावरण को शुद्ध करने में सहायक होता है।यह हवा में फैले धुंध और प्रदूषण को खत्म करते हुए पर्यावरण को शुद्ध करता है। इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए महापौर विभा कुमारी ने कहा कि नगर निगम आपलोगों को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि आज नगर निगम के वासियों के लिए सुविधा का नया आयाम जुट गया है। एंटी स्मॉग गन को स्प्रे गन, धुंध गन या वाटर कैनन भी कहा जाता है। आज पर्यावरण प्रदूषण हमारे लिए सबसे चिंता का विषय है। इसी प्रदूषण को कम करने में यह एंटी स्मोग गन काम आएगा।दरअसल, प्रदूषण के कण आसमान में धुंध के रूप में फैले होते हैं। इन कणों को हटाने का काम यह मशीन करती है। एंटी-स्मॉग गन एक ऐसा उपकरण है जिसे वायुमंडल में पानी का छिड़काव किया जाता है। इससे पर्यावरण में फैले धूल और प्रदूषित कण पर्यावरण से साफ हो जाएंगे।
इसका प्रयोग वैसे जगहों पर होगा जहां प्रदूषण अधिक पाया जाएगा। अभी फिलहाल नगर निगम द्वारा एक एंटी स्मोग गन मशीन खरीदा गया है अगर इसका प्रयोग ठीक-ठाक रहा तो निकट भविष्य में और भी एंटी स्माॅग गन की खरीदारी नगर निगम द्वारा किया जाएगा।उन्होंने कहा कि हम स्वच्छ, स्वस्थ्य और सुंदर पूर्णिया बनाने की बात करते हैं। यह मशीन हमारे उसी लक्ष्य को पूरा करेगा।
यह भी पढ़ें-
Air Quality: हरियाणा में भी सांसों पर गहराया संकट, हिसार सबसे प्रदूषित; 4 जिलों में रेड जोनदिल्ली में सांसों का संकट: प्रदूषण से युवाओं की फूलने लगी सांस, 30 प्रतिशत मरीज बढ़े; जानिए काली हवा से बचने के तरीके
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।