Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Avadh Express में कॉकरोच की भरमार से यात्री परेशान, करोड़ों खर्च के बावजूद यात्रियों का सोना-खाना हुआ हराम

हजारों करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद ट्रेनों में यात्रियों के लिए सुविधाएं बद से बद्त्तर बनी हुई है। बरौनी से बांद्रा जाने वाली अवध एक्सप्रेस का हाल ऐसा है कि एसी बोगी में भी कॉकरोच और कीड़े मकोड़ों से यात्रियों का सोना खाना हराम हो जाता है। इसे लेकर लगातार इंटरनेट मीडिया पर शिकायत आ रही है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही।

By Gopal Tiwari Edited By: Mohit Tripathi Updated: Sun, 28 Jul 2024 03:19 PM (IST)
Hero Image
करोड़ों खर्च के बावजूद ट्रेनों में यात्री सुविधाएं बद से बद्त्तर।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। रेलवे साफ-सफाई को लेकर लाख दावा कर ले, हकीकत ट्रेन में सफर करने पर ही पता चलता है। इसे लेकर रेलवे हर साल करोड़ों रुपये खर्च कर रही, फिर भी यात्रियों का सोना-खाना सब हराम हो गया है।

शुक्रवार को बरौनी से बांद्रा जाने वाली अवध एक्सप्रेस में एसी से लेकर स्लीपर तक कॉकरोच की भरमार देखी गई। एसी-2 जैसी साफ-सुथरा बोगी में सफर करने वाले यात्री खासे परेशान रहे। यह कोई एक ट्रेन की बात नहीं है।

बिहार, झारखंड, दिल्ली, कोलकाता आने-जाने वाली किसी भी ट्रेन में काकरोच देख सकते हैं। इसे लेकर लगातार इंटरनेट मीडिया पर शिकायत आ रही है।

कुछ यात्रियों की शिकायत है कि कॉकरोच पेंट्रीकार से आते हैं। वहां खाने-पीने के सामान रहते हैं और साफ-सफाई उसकी अच्छी नहीं होती। इसके चलते वहां से काकरोच सभी बोगियों में फैल जाते हैं।

दूसरी ओर, बेडरोल से भी आती है। बेडरोल गंदे जगहों पर रखे होने की वजह से उसमें भी कॉकरोच घुस जाते हैं और वह फिर यात्रियों के पास चली जाती है।

ट्रेन की सफाई व मेंटेनेंस पर सालाना करोड़ों खर्च

ट्रेनों में साफ-सफाई पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं। रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि औसतन 12 करोड़ रुपये वाशिंग लाइन में ट्रेन की सफाई पर और रनिंग ट्रेन पर छह करोड़ खर्च होते हैं।

बेटिकट यात्रियों पर रेलवे सख्त, एक दिन में वसूले 12 लाख रुपये

समस्तीपुर रेल मंडल द्वारा एक दिन में टिकट चेकिंग आय के रूप में लगभग 12.16 लाख रुपये अर्जित किया गया। समस्तीपुर मंडल में शनिवार को सुबह से देर रात्रि तक किलाबंदी विशेष टिकट जांच अभियान चलाया गया।

जांच में कुल 1820 व्यक्तियों को बिना उचित यात्रा प्राधिकार के पाया गया। जिनसे 12 लाख 16 हजार रुपये रेल राजस्व के रूप में प्राप्त हुआ।

मंडल रेल प्रबंधक विनय श्रीवास्तव से प्राप्त निर्देश के आलोक में मंडल के सभी रेलखंडों पर चलने वाले मेल एक्सप्रेस एवं सवारी गाड़ियों तथा प्लेटफार्मों पर बिना उचित यात्रा प्राधिकार के प्रवेश रोक लगाया।

इसके साथ ही बिना उचित प्राधिकार के पाए गए व्यक्तियों से निर्धारित राशि ली गई। इसमें लगभग 190 वाणिज्य विभाग एवं रेल सुरक्षा बल के अधिकारियों, पर्यवेक्षकों एवं कर्मचारियों को विशेष टिकट जांच अभियान में लगाया गया था।

डीआरएम ने समस्तीपुर मंडल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आगे भी इसी प्रकार के प्रदर्शन की आवश्यकता है। इसी प्रकार एक टीम के रूप में कार्य करते रहें जिससे आगामी दिनों में और अधिक रेल राजस्व की प्राप्ति हो सकेगी।

अलग-अलग स्टेशनों पर टीम बनाकर चलाया अभियान

इस अभियान के दौरान मंडल के समस्तीपुर, दरभंगा, जयनगर, सहरसा, रक्सौल, सिमरी बख्तियारपुर, नरकटियागंज, बापूधाम मोतिहारी, सीतामढ़ी आदि स्टेशनों पर मुख्य रूप से टिकट जांच किया गया।

विदित हो कि इसी तरह पूर्व मध्य रेल के अन्य मंडलों में भी बिना टिकट एवं बिना उचित प्राधिकार के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों की धर पकड़ हेतु निरंतर टिकट जांच की जा रही है तथा भविष्य में भी यह जारी रहेगी।

यह भी पढ़ें: त्योहार पर बिहार जानेवाले यात्रियों को अब नहीं होगी परेशानी, रेलवे ने दिल्ली से चलाई विशेष ट्रेन; जानें टाइमटेबल

बिहार की ओर जाने वाले यात्री ध्यान दें, ट्रेन में नहीं होगी अब सीट को लेकर झिकझिक; रेलवे विभाग ने उठाया बड़ा कदम

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर