कटरा में बागमती के जलस्तर में चार फीट वृद्धि, चचरी पुल ध्वस्त
कटरा में बागमती के जलस्तर में गुरुवार को भी वृद्धि जारी रही। बागमती पर बने पीपा पुल का एप्रोच पथ डूब गया। वहीं चचरी पुल ध्वस्त हो गई। 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया।
By JagranEdited By: Updated: Fri, 01 Jul 2022 02:45 AM (IST)
मुजफ्फरपुर। कटरा में बागमती के जलस्तर में गुरुवार को भी वृद्धि जारी रही। बागमती पर बने पीपा पुल का एप्रोच पथ डूब गया। वहीं चचरी पुल ध्वस्त हो गई। 14 पंचायतों का प्रखंड मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो गया। खेतों में पानी घुसने से दलहन व सब्जी की फसलें बर्बाद हो गईं।
बागमती के जलस्तर में 48 घंटे में चार फीट की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके साथ ही पीपा पुल से आवागमन ठप हो गया है। इसके दोनों तरफ जोड़ा गया चचरी पुल ध्वस्त हो गया। एप्रोच पथ पर तीन फीट पानी भर जाने से पीपा पुल तक पहुंचना मुश्किल हो गया। इससे आवागमन ठप हो गया। कटरा उत्तरी भाग का सड़क संपर्क भंग हो जाने से 14 पंचायतों के दो लाख लोगों के सामने आवागमन की समस्या हो गई है। प्रखंड के बसघटृा, खंगुरा, बंधपुरा, बेलपकौना, तेहवारा, लखनपुर, यजुआर, कटाई, नगवारा, चंगेल, पहसौल, बर्री आदि पंचायतों का संपर्क भंग हो गया। पहसौल जाने के मार्ग में बसघटृा डायवर्सन पर तीन फीट पानी चढ़ जाने से वहां नाव की आवश्यकता हो गई है। बर्री से तेहवारा जाने के लिए नाव ही साधन है। इस बीच चौर में करीब एक किमी पानी भर गया। यहां कम से कम दो नावों की जरूरत है। शहनौली से चंगेल जाने के मार्ग में लीलजा नदी में पानी आ जाने से नाव की जरूरत है। कटरा-माधोपुर मार्ग में पानी भर गया है। गुरुवार को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से आए दर्जनों लोगों ने नाव की मांग की। प्रखंड में सरकारी नाव की किल्लत होने से उन्हें उपलब्ध नहीं कराई जा सकी। सीओ ने निजी नाव किराये पर लेने की सलाह दी। जलस्तर में वृद्धि के साथ ही किसानों की पीड़ा बढ़ गई है। नवादा, माधोपुर, अंदामा, पतांरी आदि में पानी खेतों में घुस गया। इससे सब्जी की खेती बर्बाद हो गई। वहीं, मूंग, बाजरा, मक्के की फसल समाप्त हो गई। अंदामा निवासी जयनारायण ठाकुर ने बताया कि जलस्तर में वृद्धि जारी रही तो पशुओं के चारे की भी किल्लत हो जाएगी।
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